
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तिहरे हत्याकांड के बाद राज्य में विवाद बढ़ता ही जा रहा है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इस हत्याकांड के 36 घंटे बाद दावा किया है कि कत्ल किए गए शख्स बंधुप्रकाश पाल का संबंध आरएसएस से था. एक दिन पहले मुर्शिदाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई. मृतकों में स्कूल का शिक्षक, उसकी गर्भवती पत्नी और 8 साल का बच्चा शामिल है.
जियागंज थाना क्षेत्र के कांजीगंज इलाके में हुई इस हत्याओं के 36 घंटे बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक अलग दावा किया है. आरएसएस का कहना है कि मृतक बंधुप्रकाश पाल एक स्वयंसेवक था.
एक बार संघ के कार्यक्रम में शामिल हुआ था बंधुः RSS
पश्चिम बंगाल के आरएसएस महासचिव जिस्नु बसु ने कहा कि शुरुआत में हमने सोचा कि इसे हल किया जाएगा. और हमें लगता है कि यह कोई राजनीतिक हत्या नहीं है, लेकिन पुलिस लोगों को न्याय दिलाने के मकसद में नाकाम रही है. वह हाल ही में एक मिलन समारोह में शामिल हुए थे, जिसे हम नियमित अंतराल पर आयोजित करते हैं और एक बार इसमें उन्होंने हिस्सा लिया था.
उन्होंने कहा कि हम इस अपराध में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. वे फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, अब तक क्या हो रहा है. हालांकि पुलिस का कहना है कि हम हत्याकांड की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इसके बारे में जानकारी मिलेगी.
हत्या के पीछे बड़ी साजिशः बसु
मुर्शिदाबाद में हुए इस तिहरे हत्याकांड पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पश्चिम बंगाल महासचिव सायान्तन बसु ने कहा कि यह हत्याकांड राज्य की कानून-व्यवस्था को दर्शाती है. दुर्गा पूजा के त्योहार के दौरान एक शख्स की उसकी पत्नी और बच्चों के साथ बेरहमी से हत्या कर दी गई. मेरी जानकारी के अनुसार प्रकाश पाल को आरएसएस का स्वयंसेवक होने के कारण मार दिया गया. दुर्भाग्य से, पुलिस दावा कर रही है कि यह कोई राजनीतिक हत्या नहीं है या न ही किसी तरह का कोई सांप्रदायिक दंगा हुआ है.
उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर ऐसी हत्याओं को डकैती और लूट का कारण मान लिया जाता है. जबकि हमारा मानना है कि इस हत्या में सांप्रदायिक कारण भी हैं. मुर्शिदाबाद का एक जियागंज इलाका बांग्लादेश सीमा से सटा हुआ है. बांग्लादेश के असामाजिक और असामाजिक तत्व के लोग अराजकता पैदा करने के लिए सीमा पार से यहां आते हैं और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लोगों के साथ मिलकर लोगों की हत्या करते हैं. हमें डर है कि कहीं इस हत्याकांड के पीछे सांप्रदायिक रंग न हो और इसके पीछे बड़ी साजिश भी रची जा सकती है.
क्या रिश्तेदारों पर है शक?
मुर्शिदाबाद, लालबाग के अतिरिक्त एसपी तन्मय सरकार ने कहा कि कल जियागुंज में एक परिवार के तीन सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई. हम अभी मामले की जांच कर रहे हैं. पीड़ित, बंधुप्रकाश पाल सागर दिघी में रहता था जहां उसने कुछ लोगों से कुछ पैसे लिए थे. इस कारण उनके बीच तीखी बहस हुई थी, जहां से यह परिवार वहां से जियागुंज चला गया.
अतिरिक्त एसपी के अनुसार, वह एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक थे. घटनास्थल की जांच के बाद, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस कृत्य को उसके किसी रिश्तेदारों द्वारा ही अंजाम दिया गया है. इस हत्याकांड में एक से अधिक व्यक्ति शामिल हो सकते हैं. जब इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, तब पीड़ित अपना बचाव करने में असमर्थ थे.
हत्या करने से पहले पीड़ितों को जहर दिया गया और जब वे बेहोश हो गए, तो उनकी हत्या कर दी गई. हमने घटनास्थल से एक हैंडनोट भी बरामद किया है. यह लिखावट मृतक गर्भवती महिला ब्यूटी पाल की हो सकती है. हम लिखावट की पहचान करने की कोशिश में जुटे हैं. हो सकता है कि पति और पत्नी के बीच संबंध मधुर नहीं थे. अभी जांच शुरुआती अवस्था में है. घटना के कई कारण हो सकते हैं.
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हालांकि इस तिहरे हत्याकांड के बाद मृतक के परिजन बेहद सदमे में हैं. परिवार की एक सदस्य और मृतक बंधु की मौसी पारुल बेहरा का कहना है कि वह मेरी बहन का इकलौता बेटा था. हमारी बहु 7 महीने से गर्भवती है. रात 12 बजे हमने इस हत्याकांड के बारे में सुना और हम भागे आए. वह प्राइमरी स्कूल का अध्यापक था. वे यहां पिछले 2 साल से रह रहे थे. बंधु प्रकाश कम ही यहां रहता था. वह अक्सर अपने गांव से रात 9 बजे के बाद ही यहां आता था.