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इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप के चैट्स एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं ये तो आपको पता होगा. लेकिन अगर आप चैट्स का बैकअप गूगल ड्राइव पर लेते हैं तो ये वॉट्सऐप की जिम्मेदारी नहीं होगी. वॉट्सऐप के मुताबिक जो वॉट्सऐप के चैट्स, फोटोज और वीडियोज अगर आप गूगल ड्राइव पर बैकअप लेते हैं तो ड्राइव पर ये एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं. .
गौरतलब है कि वॉट्सऐप का बैकअप गूगल ड्राइव पर लेने का ऑप्शन मिलता है. हाल ही में फेसबुक ने गूगल के साथ वॉट्सऐप चैट बैकअप को लेकर एक पार्टनर्शिप की है. इसके तहत गूगल यूजर्स से गूगल ड्राइव पर वॉट्सऐप चैट बैकअप करने के एवज में कुछ भी नहीं लेगा. इससे पहले तक वॉट्सऐप के बैकअप से यूजर्स की जीमेल ड्राइव की स्पेस की खपत होती थी जो अब नहीं होगी. आपको बता दें कि गूगल हर यूजर को 15GB फ्री स्पेस देता है और वॉट्सऐप बैकअप भी इसमें ही आता था.
रिपोर्ट के मुताबिक वॉट्सऐप ने पहले भी ये कहा था कि गूगल ड्राइव पर रखे गए वॉट्सऐप बैकअप एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं.
हालांकि वॉट्सऐप का बैकअप लेना यूजर के लिए जरूरी नहीं होता न ही कंपनी इसके लिए यूजर को फोर्स करती है. लेकिन अगर कोई यूजर इसका बैकअप लेता है तो उसके चैट्स सरकारी एजेंसियां पढ़ सकती हैं. क्योंकि अगर सरकार गूगल से आपका डेटा मांगती है तो कंपनी उन्हें दे सकती है, लेकिन वॉट्सऐप में एंड टू एंड एन्क्रिप्शन की वजह से सरकार को भी इसका डेटा नहीं दिया जा सकता.
एंड टू एंड एन्क्रिप्शन कई बार विवादों में भी रहा है, लेकिन प्राइवेसी के जानकार इसे यूजर्स के हित में ही मानते आए हैं. हाल ही में भारत सरकार ने वॉट्सऐप से किसी भी मैसेज का सोर्स पता करने वाला टूल बनाने की मांग की थी, लेकिन वॉट्सऐप ने इसे यह कह कह ठुकरा दिया है कि ऐसा करने से यूजर्स की प्राइवेसी खोखली होगी.
वॉट्सऐप मीडिया, टेक्स्ट और मेमो सहित हर तरह का वॉट्सऐप बैकअप एंड्रॉयड के गूगल अकाउंट पर ऑटोमैटिक बैकअप होगा. वॉट्सऐप का यह कदम कंपनी के 1 अरब से ज्यादा यूजर्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.