
आरुषि मर्डर केस में बरी होने के बाद सोमवार को आखिरकार डॉक्टर राजेश और नूपुर तलवार रिहा हो गए. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पिछले हफ्ते तलवार दंपति को अपनी बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या के आरोप से बरी कर दिया था. डासना जेल से रिहाई के दौरान राजेश तलवार के चेहरे पर जहां एक ओर निर्दोष होने का सुकून साफ झलक रहा था, वहीं नूपुर आंखें झुका कर खड़ी थीं.
12 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दंपति को रिहा किया था, लेकिन रिहाई की कॉपी जेल तक देर से पहुंचने के कारण दोनों जेल से सोमवार को छूट पाए. शाम पांच बजे राजेश और नूपुर तलवार जेल से बाहर आए. करीब चार साल बाद उन्होंने खुली हवा में सांस ली. उनके हाथ में तीन बैग थे. काले रंग का एक बैग राजेश के हाथ में था. ऐसा ही एक बैग नूपुर के हाथ में और एक हैंडबैग भी था. बता दें कि दोनों ने जेल में कैदी के तौर पर कमाए पैसों को जेल अथॉरिटी को दान में दे दिया है.
चेहरे पर सुकून, खुली हवा में सांस लेने की खुशी
सबसे पहले जेल के गेट से दंपति के भाई बाहर आए. उसके बाद उनके वकील और फिर दोनों एक साथ गेट से निकले. इसके बाद राजेश और नूपुर मीडिया के कैमरे के सामने खड़े हो गए. दोनों कुछ देर कैमरे के सामने खड़े रहे. सफेद हॉफ शर्ट पहने राजेश तलवार के चेहरे पर जहां बरी होने का सुकून था तो इतने दिनों बाद खुली हवा में सांस ले रही आरुषि की मां नूपुर तलवार सिर नीचे झुकाए खड़ी थीं. उन्होंने कैमरे से आंखें नहीं मिलाई और सिर नीचे किए कुछ सेकंड खड़ी रहीं. फिर दोनों मीडिया के हुजूम के बीच आगे निकले और वहां खड़ी कार में बैठ कर रवाना हो गए.
'उन्हें उनका सम्मान और शांति लौटा दें'
जेल से बाहर आने के बाद तलवार दंपति के वकील ने कहा कि उनके साथ आखिरकार न्याय हुआ. कानून व्यवस्था में लोगों का विश्वास मजबूत होगा. हमारे क्लाइंट ने कभी हिम्मत नहीं हारी. यहां पर ऐसा कोई शख्स नहीं है जिसे उनके निर्दोष होने पर शक हो. हम सबसे गुजारिश करते हैं कि उनको उनका खोया हुआ सम्मान, आदर लौटा दें. उन्हें शांति से जीने दें.
कितने दिन जेल में रहा तलवार दंपति?
राजेश तलवार ने डासना जेल में 3 साल 10 माह और 21 दिन बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे हैं. वहीं विचाराधीन के तौर पर 1 माह 20 दिन जेल में काटे हैं. जबकि नूपुर तलवार ने डासना जेल में 3 साल 6 माह और 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे हैं. वहीं विचाराधीन के तौर पर 4 माह 26 दिन जेल में काटे हैं. 12 अक्टूबर को ही हाई कोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद भी तलवार दंपति की रिहाई नहीं हो पाई क्योंकि समय से जेल प्रशासन को फैसले की कॉपी नहीं मिली थी.
हुआ था दंपति पर हमला, भारी थी सुरक्षा व्यवस्था
निचली अदालत से दोषी करार दिए जाने से पहले सुनवाई के दौरान राजेश तलवार पर जेल परिसर में हमला हुआ था. कुछ लोगों ने राजेश तलवार पर हमला किया था. समझा जाता है कि केस की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को रिहाई के दौरान डासना जेल के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था थी.