
सलमान खान इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार्स माने जाते हैं और दौलत के साथ ही साथ वे काफी शोहरत भी हासिल कर चुके हैं. हालांकि एक दौर ऐसा भी था जब उनके आर्थिक हालात काफी सामान्य थे. संजुक्ता नंदी की किताब 'Khantastic' के मुताबिक, अपने पिता द्वारा मिली एक सीख के बाद सलमान पैसों की अहमियत को समझने लगे थे.
सलमान खान का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था और उन्होंने अपने बचपन का काफी समय इसी शहर में बिताया है. एक बार दीवाली की रात सलमान अपने भाईयों के साथ इंजॉय कर रहे थे और पेपर्स जलाकर दीवाली मना रहे थे. हालांकि पेपर खत्म होने पर वे अपने पिता के स्टडी टेबल पर गए और वहां से पेपर का एक बंडल उठा लिया. उन्होंने फिर अपने भाईयों के साथ मिलकर इसे जला दिया लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि उन पेपर्स में सलीम खान की सैलरी यानि 750 रुपए भी रखे हुए थे.
सलीम खान को जब इस बारे में पता चला तो भी उन्होंने गुस्सा होने के बजाए स्थिति को काफी आराम से हैंडल किया. उन्होंने उस समय अपने बच्चों को पैसों की वैल्यू के बारे में समझाया और बताया कि कैसे इसके जरिए ही उनके घर पर खाने का इंतजाम होता है. अपने पिता की इस बात को सुनकर सलमान के मन पर गहरा प्रभाव पड़ा था और वे पैसों की अहमियत को समझने में कामयाब रहे थे.
25 हजार दिहाड़ी मजदूरों की मदद को लेकर आगे आए हैं सलमान
गौरतलब है कि कुछ समय पहले सलमान ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में 25000 दिहाड़ी मजदूरों को आर्थिक रुप से मदद करने का फैसला किया था. इस मामले पर बात करते हुए सलीम खान ने कहा था कि 'मैं सलमान की मदद को लेकर कमेंट नहीं करना चाहता हूं क्योंकि मुझे अभी इस बारे में ज्यादा पता नहीं है. लेकिन हमारे परिवार का एक उसूल है- हमारा पैसा जहां जाए, वहां दिखना चाहिए और किसी के काम आना चाहिए. हम सभी को अपने आसपास लोगों की मुसीबत में मदद करनी चाहिए.'