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जब घोड़ा गाड़ी को देखकर मचल गए संजय दत्त, इटली की सड़क पर लेटकर रोने लगे

ये तब की बात है जब बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त की उम्र महज साढ़े तीन साल थी. सुनील दत्त ने बताया था कि उनका बेटा बचपन से काफी जिद्दी रहा है. संजय जिस चीज को पाने की ठान लेते उसे लेकर ही मानते.

नरगिस-संजय दत्त नरगिस-संजय दत्त
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 मई 2020,
  • अपडेटेड 3:42 PM IST

बॉलीवुड में खलनायक के नाम से मशहर संजय दत्त की जिदंगी के कई किस्से फेमस रहे हैं. बचपन से जुड़ी कहानियां हो, अफेयर्स के किस्से हो या जिंदगी में झेले तमाम उतार चढ़ाव, संजय दत्त की जिंदगी हमेशा से ही एक खुली किताब की तरह रही है. लेकिन एक्टर के बचपन का एक किस्सा ऐसा भी है, जिसके बारे में कम ही लोग जानते होंगे.

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पिता सुनील दत्त ने सुनाया संजय के बचपन का किस्सा

ये तब की बात है जब संजय दत्त की उम्र महज साढ़े तीन साल थी. संजय दत्त ने ये किस्सा सालों पहले एक शो में बताया था. तब उनके पिता सुनील दत्त ने बताया था कि उनका बेटा बचपन से काफी जिद्दी रहा है. संजय जिस चीज को पाने की ठान लेते उसे लेकर ही मानते. संजय दत्त के इसी जिद्दीपन से जुड़ा किस्सा बताते हुए सुनील दत्त ने कहा था- हम इटली गए हुए थे वहां मेरी किसी इटैलियन शख्स से मीटिंग थी. हम एक कॉफी आउटलेट पर बैठे हुए थे. तब संजय दत्त की नजर एक घोड़ा गाड़ी पर पड़ी. इसके बाद संजय जिद्द करने लगा कि मुझे घोड़ा गाड़ी पर जाना है.

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''मैंने और नरगिस ने मना करते हुए कहा कि हम घोड़ा गाड़ी पर नहीं जा सकते. गुस्से में संजय दत्त ने सड़क पर लोटना शुरू कर दिया. वहां पर मौजूद इटैलियन लेडीज संजय को देख रही थीं. वे कहती हैं- हे भगवान, ये कैसे निर्दयी पैरेंट्स हैं जो बच्चे को रुला रहे हैं. बच्चे की परवाह नहीं कर रहे. उनकी ये बातें सुन मेरी बीवी नगरिस को काफी शर्मिंदगी हुई थी.''

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इसके बाद सुनील दत्त ने बताया कि तभी वहां वो शख्स आया जिसके साथ उनकी मीटिंग थी. शख्स ने जब संजय दत्त को रोते हुए देखा तो इसकी वजह पूछी. तब सुनील दत्त ने बताया कि हमारा बेटा घोड़ा गाड़ी में बैठना चाहता है. जिसके बाद उस इटैलियन शख्स ने सुनील दत्त के साथ अपनी मीटिंग घोड़ा गाड़ी में बैठकर की.

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