
अब इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि महात्मा बुद्ध कभी किसी रियासत के राजा हुआ करते थे और उनका नाम सिद्धार्थ हुआ करता था. बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति आज ही के दिन हुई थी. इस मौके को बुद्धपूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है.
1. सिद्धार्थ गौतम के रूप में बचपन बिताने वाले महात्मा बुद्ध ने 30 की उम्र में मोह माया का त्याग कर दिया था.
2. उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि बोधि या ज्ञान सिर्फ ध्यान के माध्यम से मिल सकता है और इसकी प्राप्ति के लिए सारी दुनियावी चीजों का त्याग करना होगा.
3. ध्यान लगाने के लिए उन्होंने बोध गया में बोधि वृक्ष (पीपल के पेड़) को चुना. जिसे दुनिया भर में बौद्ध धर्म के अनुआयियों के बीच पवित्र स्थान माना जाता है.
4. उन्हें 35 साल की उम्र में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसके लिए वे 49 दिनों तक ध्यानरत रहे थे.
5. जापानी भाषा में इसे रोहात्सु कहा जाता है यानी 12वें महीने का आठवां दिन.