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सफेद बाघ का पैर काट दिया गया, लेकिन अधिकारी के पास जवाब नहीं

बाग में तैनात वेटेनरी डॉक्टर जीके दुबे ने सिर्फ इतना कहा है कि प्रबंधन की देख-रेख में ही राम के पैर को काटा गया. वन्य जीव प्रेमी इस मामले की जांच की मांग कर रहे है.

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
अभि‍षेक आनंद/सुनील नामदेव
  • नई दिल्ली,
  • 22 जून 2017,
  • अपडेटेड 6:54 PM IST

भिलाई के मैत्री बाग जू में दो साल के राम नामक सफेद बाघ का एक पैर काट दिया गया. लेकिन ये जानकारी मैत्री बाग के डॉक्टरों और अफसरों ने न सेंट्रल जू अथॉरिटी को दी और न ही भिलाई स्टील प्लांट के उच्च अधिकारियों को. सफेद शेर को जिस पिंजरे में रखा गया है वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं है.

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आखिर किन परिस्तिथियों में सफेद शेर के पैर को काटा गया, इसकी कोई जानकारी मैत्री बाग प्रबंधन के पास नहीं है. हालांकि, कहा जा रहा है कि दो साल पहले राम के दाहिने पैर में चोट लगी थी. यह चोट जख्म में बदल गयी.

दो साल पहले सफेद बाघिन गंगा ने दो शावक राम और श्याम को जन्म दिया था. नेशनल जू ऑथोरिटी का साफ निर्देश है कि बाघ को कुछ हो तो सीजीए को जानकारी दी जाए. सीनियर मॉनिटरिंग ऑफिसर बृजकिशोर गुप्ता के मुताबिक सफेद बाघ को खास केटेगरी में रखा गया है. इस प्रजाति के जानवरों को कुछ भी हो तो सीजीए को उसकी जानकारी देने के निर्देश हैं.

बाग में तैनात वेटेनरी डॉक्टर जीके दुबे ने सिर्फ इतना कहा है कि प्रबंधन की देख-रेख में ही राम के पैर को काटा गया. वन्य जीव प्रेमी इस मामले की जांच की मांग कर रहे है.

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