
अभी दुनिया इबोला और स्वाइन फ्लू के खतरे से उबरा ही था कि जीका वायरस ने सबकी चिंता बढ़ा दी है. अमेरिका ने इसके काफी मामले सामने आने के बाद लोगों में इसका जबरदस्त खौफ है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) ने इस बात की आशंका जताई है कि लैटिन अमेरिका में जीका वायरस के 30 से 40 लाख मामले हो सकते हैं.
लैटिन अमेरिका में WHO के कम्यूनिकेबल डिजीज एंड हेल्थ एनालिसिस के हेड मार्कोज एस्पिनल ने कहा, 'हमें आशंका है कि जीका वायरस से होने वाली बीमारी के 30-40 लाख मामले हो सकते हैं.' लोगों को फिलहाल प्रेग्नेंट न होने की सलाह दी जा रही है.
गर्भ में पल रहे बच्चे को सबसे ज्यादा खतरा
इस वायरस के कारण गर्भ में पल रहे बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है. जिसका उदाहरण हाल में ब्राजील में उस वक्त देखने में आया जब जीका वायरस से पीड़ित महिलाओं से जन्में बच्चे वहां जन्में अन्य शिशुओं के मुकाबले छोटे सिर वाले पैदा हुए. अक्टूबर से लेकर अब तक ब्राजील में 3500 से ज्यादा छोटे सिर और अविकसित दिमाग वाले बच्चे पैदा हुए हैं. अल सल्वाडोर की सरकार ने तो महिलाओं को अगले दो साल तक प्रेगनेंसी से बचने की सलाह दी है.
महिलाओं-बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा
जीका वायरस के निशाने पर गर्भवती महिलाएं ज्यादा हैं. और इसे अजन्मे बच्चो के लिए महामारी के तौर पर देखा जा रहा है. इस वायरस की वजह से भ्रूण में मस्तिष्क का विकास रुक जाता है माइक्रोसेफाले (microcephaly) नाम का दिमागी बीमारी फैल जाती है.
कहां-कहां फैला
अब इसका फैलाव ब्राजील समेत कई दक्षिण अमेरिकी देशों में हो चुका है. ब्राजील में ऐसा तब हो रहा है जब 6 महीने बाद वहां ओलंपिक होने जा रहे हैं. ब्राजील में विश्व भर से पर्यटकों के आने जाने के कारण वहां से इसके पूरी दुनिया में फैलने का डर है. ब्राजील में घर-घर जाकर मच्छर पनपने वाली जगहों पर दवाइयां डालने के काम में सेना को लगाना पड़ा है. ब्राजील में 28 में से 21 राज्य जीका वायरस की चपेट में हैं और 6 राज्यों में हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान किया गया है.
1947 में हुई थी पहचान
जीका वायरस की पहचान पहली बार 1947 में हुई थी. जिसके बाद ये कई बार अफ्रीका व साउथ ईस्ट एशिया के देशों के कुछ हिस्सों में फैला था. ताजा हालात पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चिंता व्यक्त की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ये वायरस दक्षिण व उत्तर अमेरिकी महाद्वीपों के लगभग सभी क्षेत्रों में फैल सकता है. अभी तक कैरेबियाई ,उत्तर व दक्षिणी अमेरिका के 21 देशों में ये वायरस फैल चुका है.