
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसा में अब तक दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्सटेबल रतन लाल समेत 20 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर पूर्व दिल्ली के चांद बाग, भजनपुरा, मौजपुर-बाबरपुर और जाफराबाद सहित कई इलाकों में सोमवार और मंगलवार को जबरदस्त हिंसा देखी गई, क्योंकि सीएए समर्थक और विरोधी प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए, जिसमें 20 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है. इस हिंसा के बाद कई इलाकों में निषेधाज्ञा लगा दी गई है. इस बीच मंगलवार को सीआरपीएफ के विशेष निदेशक (प्रशिक्षण) सच्चिदानंद श्रीवास्तव (एस.एन. श्रीवास्तव) को अचानक उनके मूल कैडर में वापस बुला लिया गया. श्रीवास्तव एजीएमयूटी कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
सीआरपीएफ से हुई वापसी
उत्तर पूर्व दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें मंगलवार रात सीआरपीएफ से वापस बुला लिया. आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव को नई दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) के रूप में नियुक्त किया गया है. एस.एन. श्रीवास्तव लंबे समय से सीआरपीएफ में तैनात थे. जाफराबाद में भड़की हिंसा को देखते हुए उनकी वापसी कराई गई है. दिल्ली पुलिस में अब तक छह रेंज के अलग-अलग विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) हैं. श्रीवास्तव की नियुक्ति से साफ होता है कि तमाम 6 रेंज के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) श्रीवास्तव को रिपोर्ट कर सकते हैं.
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बीटेक, एलएलबी डिग्री होल्डर हैं श्रीवास्तव
एस.एन. श्रीवास्तव ने लंबे समय से दिल्ली में पुलिस प्रणाली को समझा और परखा है. वे दिल्ली की जनता की सोच और नब्ज को करीब से जानते-समझते हैं. साथ ही जिस तरह उन्होंने केंद्रीय सुरक्षा बल में तमाम चुनौतियों से भरे कई साल गुजारे हैं, उसका लाभ भी उन्हें विशेष आयुक्त के पद पर मिलना तय है. बी.टेक और एलएलबी की डिग्री हासिल करने वाले श्रीवास्तव को अमूल्य पटनायक के 29 फरवरी को रिटायर होने के बाद दिल्ली पुलिस प्रमुख का कार्यभार संभालने की अनुमति दी जा सकती है. एसएन श्रीवास्तव अगले साल जून में रिटायर होने वाले हैं.
लोगों से सीधा संवाद में माहिर
कार्यभार संभालने के बाद एसएन श्रीवास्तव ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक शुरू कर दी है. दिल्ली में फैली हिंसा की आग को कैसे रोकना है और लोगों को संवाद के जरिये कैसे समझाना-बुझाना है, इसे लेकर श्रीवास्तव लगातार रणनीति बना रहे हैं. बता दें, जनता से सीधे बातचीत की उनकी कला दिल्ली के अन्य पुलिस अधिकारियों से उन्हें अलग करती है. शायद यही देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फौरन श्रीवास्तव की तैनाती का आदेश पारित किया. कहा जा रहा है कि एक सोची-समझी रणनीति के तहत एसएन श्रीवास्तव की वापसी कराई गई है क्योंकि तीन दिन बाद 29 फरवरी को मौजूदा पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक रिटायर हो रहे हैं. संभव है कि उनकी जगह श्रीवास्तव को कमिश्नरी की कमान दे दी जाए.
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