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क्यों टेंशन में हैं दिल्ली की लड़कियां!

नए साल की रात बंगलुरु में हुई सामूहिक छेड़छाड़ की घटना से दिल्ली में भी लड़कियों के बीच के खौफ सा पसर गया है.

बंगलुरु केस के बाद डरी हुई है दिल्ली बंगलुरु केस के बाद डरी हुई है दिल्ली
स्वाति रस्तोगी
  • नई दिल्ली,
  • 04 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:13 AM IST

राजधानी दिल्ली पूरे देश और दुनिया में अपनी सांस्कृतिक धरोहर के लिए जितनी मशहूर है उतनी ही लगातार बढ़ते क्राइम रेट को लेकर भी दिल्ली हमेशा सुर्खियों में रहती है. खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दिल्ली शहर के लिए तमाम तरह की बातें की जाती हैं.

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नए साल की रात बंगलुरु में हुई सामूहिक छेड़छाड़ की गूंज राजधानी दिल्ली में भी सुनी जा सकती है. एक के बाद एक हुई छेड़छाड़ की घटना से दिल्ली की लड़कियां सहमी हुईं हैं. डीयू के एक कॉलेज की छात्रा उमेमा ने कहा कि इस बार नए साल के मौके पर मैं घर पर ही थी, क्योंकि मेरा कोई भी मेल फ्रेंड दिल्ली में नहीं था जिसकी वजह से मेरा बाहर जाने का कोई प्लान नहीं बना. साथ में अगर कोई मेल फ्रेंड होता है तो सेफ्टी के लिहाज से बाहर जाना थोड़ा आसान हो जाता है. अब आप खुद ही सोचिए जब बंगलुरु जैसे शहर में ऐसी घटना हो सकती है तो दिल्ली को पहले से ही क्राइम कैप्टिल कहा जाता है.

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महिला सुरक्षा को लेकर हमेशा से ही तमाम तरह की बातें की जाती हैं. तमाम तरह के दावे किए जाते हैं, कई तरह की पहल की जाती है लेकिन देश में कहीं भी इस तरह की घटना महिलाओं की सुरक्षा पर सवालिया निशान उठा देती है. खासतौर से दिल्ली की लड़कियों में अपनी सुरक्षा को लेकर अभी भी डर बैठा हुआ है.

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कॉरपोरेट प्रोफेशनल दिव्या आज भी अपने साथ हुई एक घटना को सोच कर सहम जाती हैं. दिव्या ने बताया कि बंगलुरु में जो हुआ वो वाकई शर्मनाक है. ये तो रात की घटना थी मेरे साथ दिल्ली में दिनदहाड़े एक ऑटो वाले ने मुझे मॉलेस्ट करने की कोशिश की थी. हम लड़कियों को हर जगह हर मोड़ पर सावधान रहने की जरुरत है. सेफ्टी एप और पैपर स्प्रे जैसी चीजों को हमेशा तैयार रखना चाहिए.

वहीं एक और कॉलेज छात्रा प्रीति ने बताया कि लड़कियों को भी एंजॉय करने का उतना ही हक है जितना की लड़कों को. लेकिन हमें कहीं भी जाने के लिए पार्टी करने के लिए 10 बार सोचना पड़ता है. अपनी सुरक्षा के बारे में हमें खुद ही सोचना पड़ता है जिसके लिए आप किसी के उपर निर्भर नहीं रह सकते.

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बंगलुरु में हुई घटना से वाकई दिल्ली की लड़कियों में सुरक्षा को लेकर डर की भावना और ज्यादा बढ़ गई है.

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