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मोदी ने मंत्रियों को डिनर पर बुलाया, शि‍वसेना के अनंत गीते भी पहुंचेंगे दिल्ली!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात अपने सभी 44 मंत्रियों को डिनर पर बुलाया है. यह इसलिए दिलचस्प है कि महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी बहुमत से दूर है. गठबंधन को लेकर बातचीत शुरू नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस डिनर डिप्लोमेसी में शिवसेना के अनंत गीते भी शामिल होने दिल्‍ली आ रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली,
  • 20 अक्टूबर 2014,
  • अपडेटेड 11:31 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात अपने सभी 44 मंत्रियों को डिनर पर बुलाया है. यह इसलिए दिलचस्प है कि रविवार को ही महाराष्‍ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए हैं. हरियाणा में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है, लेकिन महाराष्‍ट्र में पार्टी बहुमत से दूर है. गठबंधन को लेकर बातचीत शुरू नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस डिनर डिप्लोमेसी में शिवसेना के अनंत गीते भी शामिल होने दिल्‍ली आ रहे हैं.

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गौरतलब है कि बीजेपी और शिवसेना के रिश्‍ते हाल के दिनों में अच्‍छे नहीं रहे हैं और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दोनों के बीच 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया. आग में घी डालने का काम विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एनसीपी ने किया. एनसीपी ने महाराष्‍ट्र में बीजेपी को बिना शर्त बाहर से समर्थन की पेशकश कर दी है. जाहिर है इसके बाद स्‍वभाविक सहयोगी माने जा रहे बीजेपी और शिवसेना में दूरियां एक बार फिर बढ़ती हुई दिख रही है.

दूसरी ओर, एनडीए सरकार को पांच महीने हो गए हैं. ऐसे में उम्‍मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री डिनर टेबल पर कई मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं. इनमें शीतकालीन सत्र में इंश्‍योरेंस में प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाने जैसे रिफॉर्म लाने पर चर्चा हो सकती है. दो दिन पहले ही सरकार ने डीजल को सरकारी नियंत्रण से बाहर कर दिया था, जिसे अब तक का सबसे बड़ा रिफॉर्म माना जा रहा है.

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इसके अलावा कोयला सेक्‍टर में भी सरकार सोमवार शाम को ही रिफॉर्म की घोषणा कर सकती है. हरियाणा और महाराष्‍ट्र चुनाव में जीत के बाद अब उम्‍मीद की जा रही है कि बीजेपी के नेतृत्‍व में केंद्र सरकार रिफॉर्म की गति बढ़ाएगी. दोनों राज्‍यों में बीजेपी की सरकार बनने से राज्‍यसभा में भी सरकार की स्थिति मजबूत होगी, जिससे उसे सुधारों को लागू करने में आसानी होगी.

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