
वर्ल्ड कप 2015 के लिए टीम इंडिया की 15 सदस्यीय टीम का चुनाव हो चुका है और टीम में दो नाम ऐसे हैं जिनको लेकर बहस होना लाजमी है. रवींद्र जडेजा और स्टुअर्ट बिन्नी के चयन से क्रिकेट पंडित खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं. रणजी में लगातार तीन सेंचुरी जड़ने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि युवराज सिंह की टीम इंडिया में वापसी होगी हालांकि ऐसा हुआ नहीं.
चोटिल जडेजा को मौका क्यों?
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा कंधे की चोट के चलते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में नहीं खेल रहे हैं. जडेजा अभी चेन्नई में हैं और अपनी चोट से उबर रहे हैं. खबरें आई हैं कि उन्हें अभी पूरी तरह फिट होने में 10 से 15 दिन लगेंगे. वर्ल्ड कप 14 फरवरी से शुरू होना है और भारत का पहला मैच 15 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ है. रवींद्र को वर्ल्ड कप के लिए पूरी तरह से मैच प्रैक्टिस भी नहीं मिल पाएगी. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के खिलाफ ट्राई सीरीज में उन्हें चुना गया है लेकिन अभी यह कह पाना मुश्किल है कि वो इस सीरीज में कितने मैच खेल पाएंगे.
चोट कंधे की है लिहाजा उन्हें फील्डिंग करने में भी मुश्किल हो सकती है. जडेजा के लिए थ्रो करना भी आसान नहीं होगा. अब इस स्थिति में उन्हें टीम में शामिल किया जाना समझ से परे हैं. ऐसी खबरें हैं कि धोनी की जिद के चलते जडेजा को वर्ल्ड कप के लिए टीम में चुना गया. लेकिन यह वर्ल्ड कप है कोई छोटा मोटा टूर्मामेंट नहीं कि कप्तान की जिद के चलते किसी खिलाड़ी को टीम में जगह मिले.
जडेजा की फिटनेस रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपी गई उसके बाद ही उनके नाम पर मुहर लगी. अब हम तो यही मनाएंगे कि जडेजा जल्द से जल्द पूरी तरह फिट हो जाएं, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
बिन्नी को 'पापा' ने दिलाया टिकट!
स्टुअर्ट बिन्नी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है अब उन्हें टीम में प्रदर्शन के दम पर तो शामिल किया नहीं गया. बिन्नी ने इंग्लैंड दौरे पर ना कोई कमाल किया और ना ही घरेलू मैचों में कोई तोप मारी. फिर भी उन्हें टीम में रखा गया, अब इसे उनके पिताश्री की मेहरबानी नहीं तो क्या कहेंगे? स्टुअर्ट बिन्नी के पिता रोजर बिन्नी बीसीसीआई के सेलेक्शन पैनल की पांच सदस्यीय टीम में शामिल हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि रॉजर बिन्नी के कहने पर उन्हें टीम में शामिल किया गया. अब एक नजर बिन्नी के रिकॉर्ड पर भी डाल ही लेते हैं. बिन्नी ने 6 वनडे मैचों में 13.33 की औसत से महज 40 रन बनाए हैं वहीं 13.00 की औसत से 9 विकेट झटके हैं. रणजी के इस सीजन में उनका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा है. ऐसे में उन्हें टीम में शामिल किए जाने का लॉजिक समझ से परे है.
चार साल में एक बार आता है वर्ल्ड कप और ऐसे में सभी सेलेक्टर्स और कप्तान को टीम हित के बारे में सोचना चाहिए. जिद और मनमर्जी चलाने के लिए यही मौका मिला है? सेलेक्टर और कप्तान को सोचना चाहिए कि उनके कंधों पर पूरे देश की उम्मीदों का भार है. रॉजर बिन्नी ने सेलेक्शन के बाद कहा कि मुझे गर्व है कि मेरा बेटा वर्ल्ड कप खेलेगा.
तो बात ऐसी है रॉजर साहब कि हमारे देश का दुर्भाग्य यही है कि हम परिवारवाद से आगे बढ़ ही नहीं पाते. तो ऐसे में आपकी आने वाली सात पुश्तें खेलती रहेंगी अगर आप ही सेलेक्शन कमिटी में बने रहे तो...