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भारत के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन अब इन राज्यों के छात्रों और उनके अभिभावकों को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं. चुनाव आयोग ने परीक्षा और चुनाव की तारीखों में टकराव की संभावना पर संज्ञान लेते हुए इस पर काम शुरू कर दिया है.
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने छात्रों की परेशानी को समझते हुए पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और उत्तर प्रदेश को खत लिखा है. जिसके मुताबिक इन राज्यों को परीक्षा की तारीख तय करने से पहले चुनाव आयोग से परामर्श करने का निर्देश दिया गया है.
इन राज्यों में चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि फरवरी से अप्रैल तक वोटिंग की तारीख रखी जाएगी.
ये जानते हुए की परीक्षा की तारीख भी इन्हीं महीनों में रखी जाती है चुनाव आयोग नहीं चाहता कि एग्जाम और चुनाव की तारीख आपस में टकराएं. क्योंकि ऐसे में इलेक्शन का काम करने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा.
चुनाव आयोग इलेक्शन के वक्त स्कूल की इमारतों में ही पोलिंग बूथ बनाता है. वहीं शिक्षकों की भी इलेक्शन में ड्यूटी लगाई जाती है. चुनाव आयोग की इस पहल से छात्रों और उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी. चुनाव आयोग अब जल्द ही पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा.