
विधानसभा चुनावों में EVM में कथित गड़बड़ी को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है. इस मसले को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती एक बार फिर से बीजेपी पर बिफरी हैं. अब उन्होंने EVM मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में मोदी की जीत ईमानदारी की जीत नहीं है. यह बेईमानी और लोकतंत्र की हत्या की जीत है. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने भी ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है.
लखनऊ पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी की इतनी बड़ी जीत के बाद भी मोदी के चेहरे
पर कोई हँसी नहीं दिख रही है. 325 सीटें जीतने के बाद भी उनके चेहरे से रौनक गायब है, जो दर्शाती है कि यह धांधली की जीत है. बीएसपी
सुप्रीमो ने कहा कि ये लोग 2019 तक आरक्षण को कुछ नहीं करेंगे, लेकिन अगर 2019 में सत्ता में आए, तो आरक्षण को खत्म कर
देंगे.
यूपी विधानसभा चुनाव में बीएसपी महज 19 सीटों तक सिमट गई है, जिससे मायावती की आगे की राह बेहद मुश्किल हो गई है. उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए भी अब जरूरी समर्थन मिलना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों का दिमाग बदलना चाहती है. बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार
आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रही है. अगर ये उत्तराखंड, मणिपुर और पंजाब में ऐसा करते तो इन्हें जवाब देना पड़ता.
इसके पहले मायावती ने लखनऊ में कांशीराम स्मारक स्थल पर पार्टी के संस्थापक कांशीराम की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. यह पहला मौका नहीं है, जब पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने EVM पर सवाल उठाए हैं. यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम आने और बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद पहली ही प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने EVM में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की थी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी, सपा और कांग्रेस ने भी EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया हैं.