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विलियमसन और वॉटलिंग ने की छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज केन विलियमसन (नॉटआउट 242) और बीजे वॉटलिंग (नॉटआउट 142) की जोड़ी ने वो कर दिखाया जो आजतक कोई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में नहीं कर सका.

aajtak.in
  • वेलिंगटन,
  • 06 जनवरी 2015,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज केन विलियमसन (नॉटआउट 242) और बीजे वॉटलिंग (नॉटआउट 142) की जोड़ी ने वो कर दिखाया जो आजतक कोई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में नहीं कर सका. इन दोनों ने मिलकर बेसिन रिजर्व टेस्ट के चौथे दिन मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए छठे विकेट के लिए टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी की. क्रिकेट जगत के तमाम बड़े रिकॉर्ड्स...

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इन दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 365 रन जोड़े. दोनों ने मैक्कुलम और वॉटलिंग द्वारा वेलिंग्टन में ही 2014 में भारत के खिलाफ बनाए गए 352 रनों की साझेदारी के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा. इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के महेला जयवर्धने और प्रसन्ना जयवर्धने के नाम था, जिन्होंने 2009 में भारत के ही खिलाफ अहमदाबाद में छठे विकेट के लिए 351 रन जोड़े थे.

प्रसन्ना और महेला ने 1937 में डॉन ब्रैडमैन और जेडब्ल्यू फिंगलेटन द्वारा बनाए गए 346 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा था. भारत की ओर से इस विकेट के लिए सबसे बड़ा रिकॉर्ड नाबाद 298 रनों का है, जो रवि शास्त्री और दिलीप वेंगसरकर ने 1986 में मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था.

इस रिकॉर्ड साझेदारी के दौरान विलियमसन ने जहां अपने अब तक के टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी खेली वहीं वॉटलिंग ने भी ऐसा ही किया. विलियमसन के करियर का यह नौवां और वॉटलिंग के करियर का चौथा शतक है. विलियमसन ने टेस्ट करियर में पहली बार डबल सेंचुरी जड़ी. उनकी 438 गेंदों की पारी मे 18 चौके शामिल हैं जबकि वॉटलिंग ने 333 गेंदों का सामना कर नौ चौके और एक छक्का लगाया.

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- इनपुट IANS

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