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कुलकर्णी पर कालिखः आडवाणी बोले- असहिष्णुता बढ़ती ही जा रही है, यह ठीक नहीं

सुधींद्र कुलकर्णी पर शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से कालिख पोते जाने की चौतरफा निंदा हुई. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इसकी घोर निंदा की है.

विकास वशिष्ठ
  • मुंबई,
  • 12 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 5:45 PM IST

सुधींद्र कुलकर्णी पर शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से कालिख पोते जाने की चौतरफा निंदा हुई. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इसकी घोर निंदा की है. उन्होंने कहा, 'मैं देख रहा हूं पिछले कुछ दिनों से असहिष्णुता बढ़ती ही जा रही है. यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है. यह ठीक नहीं हो रहा है.'

हालांकि आडवाणी ने अपनी प्रतिक्रिया में किसी भी पार्टी का नाम नहीं लिया. सिर्फ इतना ही कहा कि यह जिसने भी किया है, मैं उसकी घोर निंदा करता हूं. वहीं, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने भी निंदा करते हुए कहा कि यह शर्मनाक है. गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा कि सबको विरोध करने का अधिकार है लेकिन विरोध का तरीका सही होना चाहिए.

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कुलकर्णी ने स्याही साफ किए बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही लॉन्च की किताब
पूर्व बीजेपी नेता सुधींद्र कुलकर्णी ने शिवसेना को करारा जवाब दिया. कुलकर्णी पर सोमवार सुबह घर से निकलते ही काली स्याही उड़ेल दी गई थी. उन्होंने इसका आरोप शिवसेना पर लगाया. फिर करीब डेढ़ घंटे बाद उसी हालत में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के साथ.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही कसूरी की किताब 'नीदर ए हॉक नॉर ए डव' का विमोचन भी कर दिया. शिवसेना ने इसी किताब का विमोचन न करने की धमकी दी थी. इसी के विरोध में कुलकर्णी पर यह हमला भी हुआ. इस किताब का विमोचन ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन करने वाला था, जिसके अध्यक्ष कुलकर्णी ही हैं.

बोले- गुलाम अली का शो रद्द हुआ, दोबारा ऐसा नहीं होने देंगे
कुलकर्णी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर शिवसेना का नाम लिया. कहा कि शिवसेना किसी तरह गुलाम अली का शो रद्द कराने में तो कामयाब हो गई थी. लेकिन इस किताब के लिए जो कार्यक्रम तय था, वो होकर रहेगा. कार्यक्रम नेहरू सेंटर में होना है. कुलकर्णी ने बताया कि शिवसेना ने नेहरू सेंटर को भी धमकी दी थी कि वे यह कार्यक्रम रद्द कर दें. वरना टिपिकल शिवसेना स्टाइल में हम डिस्टर्ब करेंगे. लेकिन यह कार्यक्रम अब हर हाल में होगा.

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कसूरी बोले- विरोध का अधिकार है, लेकिन यह ठीक नहीं हुआ
कसूरी ने कुलकर्णी के साथ हुई इस घटना पर अफसोस जताया. उन्होंने कहा कि लोगों को विरोध करने का अधिकार है. लेकिन कुलकर्णी के साथ ठीक नहीं हुआ. कसूरी ने कहा कि मुंबई से मेरा पुराना रिश्‍ता रहा है. सत्‍ता में रहकर पार्टियां कुछ और बोलती हैं और विपक्ष में रहकर कुछ और.

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