
10 अक्टूबर को World Mental Health Day के रूप में मनाया जाता है. हाल भारत में हुए कुछ सर्वों के मुताबिक देश की 13 प्रतिशत आबादी यानी कि देश के 18 से ऊपर के युवा बहुत तेजी से तनाव का शिकार हो रहे हैं.
एक और सर्वे के मुताबिक लगभग 150 मिलियन भारतीय जिनकी उम्र 13 साल या फिर उससे ज्यादा है में, किसी न किसी प्रकार की एक मानसिक बीमारी पाई गई.
बेंगलुरु के एक मेंटल इंस्टीट्यूट और न्यूरोसांइस ने स्वास्थ्य विभाग की मदद से एक बड़े पैमाने में 12 राज्यों करेला, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, असम और मणिपुर में सर्वे कराया.
इस सर्वे के मुताबिक 2 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय किसी न किसी मानसिक बीमारी से ग्रसित पाए गए जैसे, सिजोफ्रेनिया और बायोपोलर डिसॉर्डर. इसके अलावा लगभग 10 प्रतिशत से लोग तनाव और उत्कंठा के शिकार पाए गए. सर्वे में पाया गया कि शहरी लोगों को मेंटल हेल्थ को सही करने की जरूरत ग्रामीण लोगों से ज्यादा थी. इस बीमारी के लक्षण मेल और फीमेल दोनों में समान रूप से पाए गए.
भारत में पिछले दस सालों में चीन की तुलना में मानसिक बीमारी के ज्यादा केस पाए गए हैं. इस पर भी 10 में से एक इंसान को ही अपनी इस हालत का पता चल पता है. ऐसे में इस तरह की बीमारियों से निपटने के लिए जागरूक होने की बहुत जरूरत है.