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फिर लगा ट्रेड फेयर, लेकिन प्रदूषण से जरा बच के घूमिए!

चल रहे निर्माण कार्य के चलते प्रगति मैदान के अंदर प्रदूषण कुछ ज्यादा ही रहेगा. प्रगति मैदान के अधिकतर हिस्से में चल रहे रेनोवेशन के चलते भी इस बार ट्रेड फेयर को सीमित रखा गया है.

प्रगति मैदान में सज चुका है वर्ल्ड ट्रेड फेयर का जलसा प्रगति मैदान में सज चुका है वर्ल्ड ट्रेड फेयर का जलसा
प्रियंका सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 4:54 AM IST

राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में हर साल की तरह इस बार भी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला सजने वाला है. लेकिन लग रहा है इस बार वर्ल्ड ट्रेड फेयर की रौनक फीकी ही रहेगी, क्योंकि इन दिनों राजधानी घने स्मॉग और भीषण प्रदूषण की चपेट में है. ऐसे में मुश्किल ही है कि लोग खुले में घूमते हुए प्रदूषित हवा अपने फेफड़ों में भरते हुए ट्रेड फेयर देखना पसंद करें.

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वैसे भी इस बार ट्रेड फेयर हर बार की अपेक्षा थोड़ा सीमित रहने वाला है. प्रगति मैदान के अधिकतर हिस्से में चल रहे रेनोवेशन के चलते इस बार ट्रेड फेयर को सीमित रखा गया है और कोशिश की जा रही है कि डेली फुटफॉल कम ही पड़े.

प्रगति मैदान में दोहरा प्रदूषण

स्मॉग के चलते पहले ही दिल्ली की हवा जहर बनी हुई है, वहीं प्रगति मैदान में चल रहे निर्माण कार्य के चलते प्रगति मैदान के अंदर प्रदूषण कुछ ज्यादा ही रहेगा. वैसे तो कंस्ट्रक्शन साइटों को ढंकने के लिए प्रगति मैदान में  जगह जगह पर ऊंची ऊंची बेरिकेटिंग लगाई गई हैं. इसके बावजूद लगातार चल रहे कंस्ट्रक्शन के कारण सामान्य से ज्यादा प्रदूषण झेलना पड़ सकता है, जो इस बार प्रदूषण के मौसम में मेला घूमने वाले लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.

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प्रगति मैदान में साफ-सफाई और कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे कर्मचारी भी मास्क लगाकर काम कर रहे हैं. प्रगति मैदान घूमने आए कुछ युवाओं ने अपना अनुभव बयां करते हुए कहा कि बाहर के मुकाबले यहां प्रदूषण ज्यादा महसूस हो रहा है. प्रगति मैदान में अपने हैंडमेड क्राफ्ट का स्टाल लगा रहे दीपक सेठ ने बताया कि दिनभर खुले में खड़े रहने पर आंखों में जलन और गले में खराश शुरू हो चुकी है.

दिल्ली की आबो-हवा वैसे ही खराब है और ऐसे में अगर मैदान के बड़े से हिस्से में कंस्ट्रक्शन का काम चलता रहेगा तो बेशक लोगों को ट्रेड फेयर के दौरान सामान्य से ज्यादा प्रदूषण झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए. इस बार वैसे तो सभी स्टेट्स पवेलियन की जगह हैंगर्स में लगेंगे, फिर भी मेले की बहुत सारी एक्टिविटी ओपन एरिया में ही होनी हैं, जिससे लोगों को प्रदूषण से दो चार होना ही पड़ेगा. अभी भी ज्यादातर लोग मास्क पहनकर ही यहां आना जाना कर रहे हैं.

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