
Xiaomi का एक पॉपुलर स्मार्टफोन Redmi Note 3 जिसका अगला वर्जन यानी Redmi Note 4 है और कंपनी दावा करती है कि यह भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन है. फोन खराब होना आम बात है, लेकिन उसका रिपेयर न होना ये थोड़ा अजीब है. सबसे ज्याद प्रॉब्लम कस्टमर्स को तब होती है जब उन्हें 10 हजार रुपये में खरीदे गए स्मार्टफोन को बनवाने के लिए 7,500 रुपये मांगे जाते हैं. इसे आप स्मार्टफोन खराब होना भी नहीं कह सकते हैं, क्योंकि स्मार्टफोन अच्छे कंडीशन में है और यह बिल्कुल नए स्मार्टफोन की तरह चल रहा है. लेकिन अचानक से चार्ज होना बंद हो गया और जब कस्टमर सर्विस सेंटर जाता है, तो पहले उसे कहा जता है लगभग 500-600 रुपये में बात बन जाएगी. लेकिन थोड़ी देर में पता चलता है कि उन्हें 7,500 रुपये देने होंगे.
ये सुन कर कस्टमर के पास दो ऑप्शन होते हैं या तो फोन बनवा ले या उसी कीमत में नया फोन खरीद ले. क्योंकि 7,500 रुपये में Redmi Note 3 जैसे ही स्पेसिफिकेशन्स वाले स्मार्टफोन्स बाजार में मौजूद हैं.
ताजा मामला है नोएडा के रहने वाले रंजीत सिंह हैं जिन्होंने पिछली दिवाली पर Redmi Note 3 खरीदा था. उनके मुताबिक उन्होंने इसे हमेशा ऑरिजनल चार्जर से चार्ज किया और पावर बैंक भी शाओमी का ही खरीदा. आज अचानक से फोन चार्ज होना बंद हो गया.
फोन बनवाने वो नोएडा के शाओमी अथॉराइज्ड सर्विस सेंटर सतगुरू कम्यूनिकेशन जाते हैं. पहले कहा जाता है कि स्मार्टफोन रिपेयर कर दिया जाएगा. थोड़ी देर में सर्विस सेंटर वाले ने कहा कि चार्जिंग प्वॉइंट खराब हो गया है और इसके लिए आपको 7,500 रुपये देने होंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी पूरा मदरबोर्ड रिप्लेस करेगी और कॉम्पोनेंट नहीं बदला जा सकता है. रंजीत सिंह के लिए यह काफी हैरानी भरा था, क्योंकि उन्होंने यह स्मार्टफोन दिवाली ऑफर के तहत लगभग 10,000 में खरीदा था.
ऐसी स्थिति कोई भी हैरान हो सकता है. क्योंकि फोन की स्थिति बिल्कुल अच्छी है और सिर्फ चार्जिंग जैक के लिए 7,500 रुपये देने हो रहे हैं. उन्होंने हमे बताया, ‘सर्विस सेंटर ने इसके लिए एक बिल दिया है जिस पर लिखा है कि इसे बनाने के लिए 7,500 रुपये लगेंगे. यह सरारस स्कैम है, क्योंकि सिर्फ चार्जिंग जैक के लिए मैं 10,000 रुपये के फोन के लिए 7,500 रुपये मांगना कहां तक सही है? इतने में नया स्मार्टफोन खरीदा जा सकता है.
सर्विस सेंटर द्वारा किए गए इस रवैये से उन्होंने परेशानी और निराश जताई है और हमें बताया है कि कंपनी को इस बारे कार्यवाई करनी चाहिए. क्योंकि चार्जिंग न होने की स्थिति में 7,5000 रुपये दिया जाना बिल्कुल गलत है.
गौरतलब है कि यह स्मार्टफोन अच्छे कंडीशन में है कोई भी फिजिकल डैमज नहीं हुआ है. इस घटना से स्मार्टफोन सर्विस की स्थिति पर कई सवाल खड़े जरूर होते हैं.