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Film Review: फिल्म नहीं सीरियल लगती है 'जुनूनीयत'

रोमांटिक फिल्म 'सनम रे' में बेहतरीन एक्टिंग के बाद एक बार फिर यामी गौतम और पुलकित सम्राट साथ में फिल्म 'जुनूनीयत' में नजर आ रहे हैं. आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म...

पुलकित सम्राट और यामी गौतम पुलकित सम्राट और यामी गौतम
स्वाति गुप्ता
  • मुंबई,
  • 24 जून 2016,
  • अपडेटेड 2:54 AM IST

फिल्म का नाम: जुनूनियत
डायरेक्टर: विवेक अग्निहोत्री
स्टार कास्ट: पुलकित सम्राट, यामी गौतम, गुलशन देवैया, ह्रिषिता भट्ट
अवधि: 2 घंटा 09 मिनट
सर्टिफिकेट: U
रेटिंग: 1 स्टार

यामी गौतम और पुलकित सम्राट को लेकर डायरेक्टर विवेक मल्होत्रा ने अपनी पहली रोमांटिक फिल्म बनाई है. वैसे यामी और पुलकित की जोड़ी को इसके पहले 'सनम रे' फिल्म में भी देखा गया है जिसकी कम सराहना की गई थी. आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म...

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कहानी:
फिल्म की कहानी इंडियन आर्मी के कैप्टन जहान बख्शी (पुलकित सम्राट) और सुहानी कपूर (यामी कपूर) की है. एक वाकये के दौरान सुहानी की मुलाकात जहान से होती है और दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है. लेकिन प्यार की इस कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब सुहानी के घरवालों को इस रिश्ते से नाराजगी होती है. अब देश के बार्डर पर तैनात जहान और अमृतसर की पढ़ाई करने वाली कुड़ी सुहानी के बीच हुये इस प्यार को सही अंजाम मिल पायेगा? इसका पता आपको फिल्म देखकर ही चलेगा.

स्क्रिप्ट:
फिल्म की कहानी टिपिकल लव स्टोरी जैसी ही है जिसमें कोई भी लॉजिक नहीं लगाया जा सकता. आर्मी एरिया में अंजान लड़की स्विमिंग करती हुई पकड़ी जाती है और हेड साब उसे रात की पार्टी में इनवाइट करते हैं. इत्तेफाक पे इत्तेफाक पूरी फिल्म में होते रहते है.

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कहानी बेहद कमजोर है और ऐसा कुछ भी नहीं है जो अपीलिंग हो. स्क्रिप्ट और भी बेहतर हो सकती थी. साथ ही ऐसा लगता है कि गानों को फिट करने के लिये खास तौर से सीक्वेंस तैयार किये गये हैं जिसकी वजह से फिल्म की रफ्तार प्रभावित होती है. वैसे शायरी का अच्छा इस्तेमाल फिल्म में किया गया है.

अभिनय:
पुलकित सम्राट एक बार फिर से सलमान खान की तरह डायलॉग्स बोलते नजर आते हैं, जिसकी वजह से हर फ्रेम में काफी बनावटी एक्सप्रेशन दिखाई पड़ते हैं. यामी गौतम ने ठीक ठाक एक्टिंग की है. लेकिन कुछ ऐसा नहीं है जिसकी ज्यादा तारीफ की जा सके. दोनो एक्टर्स की मौजूदगी के बाद भी काफी खालीपन सा नजर आता है.

कमजोर कड़ी:
फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी स्क्रिप्ट, लंबाई और हिले डुले सीक्वेंस हैं जिनसे कनेक्ट कर पाना बहुत मुश्किल होता है.

संगीत:
फिल्म का संगीत बहुत ही अच्छा है. रिलीज से पहले ही गाने हिट हैं लेकिन सीन के दौरान ये गाने जबरदस्ती फिट किये हुये नजर आते हैं. गानों को इस्तेमाल बेहतर ढंग से किया जा सकता था.

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