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कौन हैं प्रशांत कुमार, जिन्‍हें संकट में फंसे YES BANK को संभालने की मिली जिम्‍मेदारी

बीते गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर रोक लगाते हुए उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया है. इसके अलावा बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपये की निकासी की सीमा तय की है.

यस बैंक पर आरबीआई ने लगाई है पाबंदी यस बैंक पर आरबीआई ने लगाई है पाबंदी
दीपक कुमार
  • नई दिल्‍ली,
  • 06 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 1:45 PM IST

  • यस बैंक के बोर्ड को आरबीआई ने भंग कर दिया है
  • SBI के पूर्व अधिकारी प्रशांत कुमार प्रशासक नियुक्‍त

प्राइवेट सेक्‍टर का चर्चित यस बैंक अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. बैंक कर्ज में डूबा है तो वहीं आरबीआई की पाबंदियां भी झेल रहा है. इसके अलावा यस बैंक के बोर्ड को भी आरबीआई ने भंग कर दिया है. हालांकि, आरबीआई की ओर से यस बैंक के लिए प्रशांत कुमार को प्रशासक नियुक्‍त किया गया है. आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं प्रशांत कुमार..

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कौन है प्रशांत कुमार?

प्रशांत कुमार, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) हैं. लिंक्‍डइन प्रोफाइल के मुताबिक प्रशांत कुमार एसबीआई में करीब 36 साल तक कार्यरत रहे हैं. इस दौरान वह कोलकाता और मुंबई सर्कल में सेवा दे चुके हैं. प्रशांत कुमार को एचआर, एडमिनिस्‍ट्रेशन और बैंकिंग का जबरदस्‍त अनुभव है. उन्‍होंने दिल्‍ली यूनिवसर्टी से पढ़ाई की है. वह साइंस और लॉ के स्‍टूडेंड रहे हैं. इसके अलावा प्रशांत कुमार की शुरुआती पढ़ाई बिहार की राजधानी पटना से हुई है.

बैंक पर आरबीआई की पाबंदी

बता दें कि गुरुवार को रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर 3 अप्रैल तक के लिए पाबंदी लगा दी है. इस अवधि के दौरान यस बैंक के ग्राहक अपने खाते से सिर्फ 50 हजार रुपये ही निकाल सकेंगे. हालांकि, इमरजेंसी की हालत में शर्तों के साथ 5 लाख रुपये तक की छूट दी गई है. इसके अलावा यस बैंक किसी भी तरह का नया कर्ज वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा.

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इस खबर के बाद शुक्रवार को यस बैंक का शेयर इतिहास के सबसे निचले स्‍तर पर आ गया. शुरुआती कारोबार में बैंक का शेयर 5.15 रुपये पर था, जो बाद में संभल कर 15 रुपये के स्‍तर पर कारोबार करता दिखा. इस बीच, एसबीआई बोर्ड ने नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक में निवेश के लिए ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति दे दी है.

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