Advertisement

लंबे समय के बाद मौका मिलने से दबाव महसूस कर रहे हैं नमन ओझा

लंबे इंतजार के बाद भारतीय टीम में जगह बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा का कहना है कि यदि श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका मिलता है तो उन पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव होगा.

नमन ओझा नमन ओझा
aajtak.in
  • कोलंबो,
  • 27 अगस्त 2015,
  • अपडेटेड 4:48 PM IST

लंबे इंतजार के बाद भारतीय टीम में जगह बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा का कहना है कि यदि श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका मिलता है तो उन पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव होगा.

दबाव के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा
ओझा ने कहा, 'थोड़ा दबाव तो है लेकिन मुझे लंबे इंतजार के बाद यह मौका मिला है. मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा. मैंने लंबा इंतजार किया है और अब मैं इस पल का लुत्फ उठाना चाहता हूं. इस टेस्ट के लिये बुलावा आना अद्भुत अनुभव था. मुझे बहुत अच्छा लगा. मेरी तैयारी अच्छी है और पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेलकर अच्छा अनुभव मिला. उम्मीद है कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर सकूंगा.' गौरतलब है कि ओझा ने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ एक वनडे और जिंबाब्वे में दो टी20 मैच खेले हैं. उसके बाद से वह टीम में दूसरे या तीसरे विकेटकीपर के रूप में रहे हैं.

Advertisement

बनाने होंगे ज्यादा से ज्यादा रन
मध्यप्रदेश के इस खिलाड़ी ने कहा, 'मैंने सिर्फ सीमित ओवरों का क्रिकेट खेला है और उसके बाद टीम से बाहर रहा. मैंने घरेलू सर्किट पर काफी मेहनत की और खुद से यह कहता रहा कि टीम में लौटने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी. मुझे ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे. मैंने खुद को फिट रखा ताकि दूसरा मौका मिलने पर उसका फायदा उठा सकूं.'

मैंने अपनी शैली में कोई बदलाव नहीं किया
यह पूछने पर कि क्या उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग या बल्लेबाजी की शैली में कोई बदलाव किया है, ओझा ने कहा, 'मैंने किसी चीज में कोई बदलाव नहीं किया है. मैं जैसा खिलाड़ी हूं, वही हूं. विकेट में भले ही टर्न और उछाल हो लेकिन मुझे अपने शॉट्स खेलना पसंद है. भारत ए के लिये खेलते समय सीनियर्स ने मुझसे क्रीज पर वक्त बिताने के लिये कहा. मैंने संयम के साथ खेलने की कोशिश की लेकिन मुझे लगता है कि मैने ज्यादा समय लिया, आम तौर पर मैं उतना समय नहीं लेता.' यह पूछने पर कि क्या वह किसी खिलाड़ी को आदर्श मानते हैं, ओझा ने कहा, 'मैं एडम गिलक्रिस्ट का खेल देखता था. वह बेहतरीन विकेटकीपर और आक्रामक बल्लेबाज थे. मैंने पहले एशेज टेस्ट में ब्राड हाडिन को देखा कि वह स्पिनरों और तेज गेंदबाजों के सामने कैसे विकेटकीपिंग करते हैं.

Advertisement

इनपुट: भाषा

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement