
केरल में बीजेपी-आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हो रही हत्या के विरोध में प्रदेश की माकपा सरकार के खिलाफ जनसमर्थन हासिल करने के लिए रैली करने आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि बंदूक की नोक पर सत्ता हासिल करना वामपंथियों की प्रकृति है. बुधवार को केरल में भाजपा के जनरक्षा मार्च कार्यक्रम में शिरकत करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘केरल में लगातार राजनीतिक हिंसा हो रही है और इसका प्रायोजन राज्य सरकार कर रही है.’
योगी ने यहां करीब 10 किलोमीटर तक पदयात्रा की. पहले दिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी 10 किमी. की पदयात्रा की थी. इस पदयात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केरल की लेफ्ट सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी में राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ हमारी यात्रा है. बीजेपी और संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे. यह जमीन अब ज्यादा दिन 'लाल' नहीं रहेगी, इसे अब भगवा में बदल देंगे.
केरल के कन्नूर में योगी ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन केरल में राजनीतिक हत्याएं लगातार जारी हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की यह यात्रा केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में कम्यूनिस्ट सरकारों के लिए आइना है. इनको राजनीतिक हत्याएं बंद करनी चाहिए. योगी ने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री के जिले में ही 20 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं, जो इस बात का सबूत है कि हत्याओं को संरक्षण दिया जा रहा है.
केरल के अलावा बीजेपी हर राज्य की राजधानी में प्रदर्शन कर रही है. दिल्ली में भी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस और CPM ने केरल दौरे को लेकर योगी पर जबरदस्त कटाक्ष किया है. कांग्रेस ने तंज कसा कि योगी केरल इसलिए गए, क्योंकि बीजेपी के मुताबिक वहां कानून व्यवस्था खराब हो गई है. हालांकि हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश जल रहा है और सूबे के नौ जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है. दंगा हो रहे हैं और हत्याएं बढ़ी हैं. उत्तर प्रदेश में अपराध कम नहीं हो रहा है.
कांग्रेस ने कहा कि जो अपना घर नहीं संभाल पा रहे हैं, वो केरल जा रहे हैं. योगी केरल की समस्याओं को उजागर करने से पहले अपने राज्य को अच्छी व्यवस्थाएं दे दें. इसके बाद फिर दूसरे प्रदेशों में जाकर वहां के कानून व्यवस्था का जायजा लें. अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की यात्रा पर निशाना साधते हुए सीपीएम नेता बृंदा करात ने कहा कि बीजेपी का यह कारनाम सिर्फ पाखंड ही नहीं, बल्कि असत्यमेव जयते हैं.
उन्होंने कहा कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना निश्चित रूप से हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि वास्तिक पीड़ित कौन है. स्कैम से ध्यान भटकाने के लिए ये सब किया जा रहा है. बीजेपी वालों को केरल की जनता अस्पताल और स्कूल दिखाएगी. ऐसे में योगी को केरल के स्वास्थ्य सिस्टम से सीखना चाहिए और अपने यहां सुधार करना चाहिए, ताकि गोरखपुर में गरीब बच्चों की मदद कर सकें.
केरल में सरकारी अस्पतालों के प्रबंधन से सीख लेने के माकपा की सलाह पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से निपटने में उत्तर प्रदेश की सरकार प्रभावी तरीके से काम कर रही है, जबिक केरल में इसी बीमारी से 300 से अधिक लोगों की जान चली गई. यह सीपीएम सरकार का स्वास्थ्य सिस्टम है. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में, खास कर गोरखपुर में, सरकारी अस्पतालों में बडी संख्या में बच्चों की मौत हो गयी थी, जिसने प्रदेश में गुणवत्ता परक स्वास्थ्य सेवा पर सवाल उठाने का मौका विपक्ष को दे दिया था.
वहीं, भाजपा का आरोप है कि पिछले 17 साल में केरल में भाजपा और संघ के 120 कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. इनमें से 84 अकेले कन्नूर में हैं. विजयन के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके गृह जिले में 14 कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है.
बता दें मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केरल के कन्नूर के पयन्नुर से त्रिवेंद्रम तक के लिए इस यात्रा का आगाज किया और खुद भी 10.4 किमी की पदयात्रा की. शाह के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस भी नजर आए. बीजेपी की जनसुरक्षा यात्रा 15 दिनों तक चलेगी और केरल के 11 जिलों से होकर गुजरेगी.
सभी राज्यों की राजधानी में पदयात्रा
आपको बता दें कि बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ सीपीएम की हिंसा के खिलाफ बुधवार से सभी राज्यों की राजधानियों में दो सप्ताह की 'पदयात्रा' की घोषणा की है. आज से देश भर के सभी राज्यों की राजधानी में बीजेपी कार्यकर्ता दो सप्ताह के लिए सड़क पर उतरकर केरल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
राजनीतिक हत्या और कम्यूनिस्ट शासन का चोली-दामन का साथ- शाह
यात्रा के बाद आज तक के साथ हुई खास बातचीत में अमित शाह ने कहा, "मैसेज तो चला गया... 9 किलोमीटर की यात्रा में पूरा जनसैलाब उभर गया था..." केरल में हुई हत्याओं पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा, "केरल में जब से कम्युनिस्ट सत्ता में आए हैं तब से हत्याएं बढ़ी हैं. राजनीतिक हत्याओं का ग्राफ उठाकर देख लीजिए...जब-जब कम्युनिस्ट सत्ता में आते हैं हत्याएं बढ़ जाती हैं. जब-जब कम्युनिस्ट सत्ता में होते हैं राजनीतिक हत्याएं होती है.... राजनीतिक हत्या और कम्युनिस्ट शासन का चोली-दामन का साथ है."
कम्युनिस्ट हिंसा से थक गए केरल के लोग:BJP
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन के गृह नगर और सीपीएम के गढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि राज्य में हिंसा के लिए विजयन जिम्मेदार हैं. बीजेपी कार्यकर्ता 'राजनीतिक हत्याओं' के पीड़ित हैं. शाह ने कहा "आज मुझे जो प्रतिक्रिया देखने को मिली है, मुझे पूरा भरोसा है कि केरल के लोग कम्युनिस्ट हिंसा से थक गए हैं और इसका जवाब देंगे.
बीजेपी की केरल को बदनाम करने साजिश:CPM
सीपीएम के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने आरोप लगाया कि CPM नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार पर जानबूझकर हमले का प्रयास किया गया और 'केरल जिहादियों की भूमि' है यह बयान उस अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी और आरोप लगाया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह निराधार आरोप लगाकर राज्य में तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं.
कन्नूर में सबसे ज्यादा मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता:BJP
बात दें कि बीजेपी की जनसुरक्षा यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले सोमवार को तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले हुए थे, जिसका आरोप वामपंथी कार्यकर्ताओं पर लगे हैं. बीजेपी ने सोमवार को कहा था कि राज्य में वर्ष 2001 के बाद से 120 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जिनमें से 84 लोग केवल कन्नूर में मारे गए. पिछले साल सीपीएम के सत्ता में आने के बाद से कन्नूर में 14 लोग मारे जा चुके हैं.