Advertisement

राजस्थान: कांग्रेस के मुस्लिम उम्मीदवार, बीजेपी के लिए योगी बने हथियार

राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान होना है, जिसके मद्देनजर प्रचार जोरों पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तक जमकर रैलियां कर रहे हैं. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो-PTI) यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो-PTI)
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गूंज के बीच भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में प्रचार की कमान संभाल ली है. भगवा वस्त्र धारण करने वाले योगी आदित्यनाथ राज्य की उन सीटों पर प्रमुखता से जनसभाएं कर रहे हैं, जहां कांग्रेस के टिकट पर मुस्लिम उम्मीदवारों को मौका दिया गया है. सोमवार को भी योगी आदित्यनाथ कुछ ऐसे ही विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचे और अली व बजरंग बली से लेकर बिरयानी और हिंदू-मुसलमान को अपने भाषण का हिस्सा बनाया.

Advertisement

सोमवार को प्रदेश के दौरे पर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने सीकर के फतेहपुर में पहली सभा को संबोधित किया. योगी की रैली में जहां 'जय श्रीराम और अब न करो मंदिर में देरी' के नारों की गूंज सुनाई देती रही है. योगी ने यहां अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस को अली मुबारक हो, हमें बजरंग बली चाहिए.

योगी के इन बयानों पर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि जिस व्यक्ति ने संविधान की शपथ लेकर मुख्यमंत्री का पद संभाला है, उसे संविधान और पद की मर्यादा रखनी चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि क्या योगी आदित्यनाथ बीजेपी के एकमात्र अल्पसंख्यक उम्मीदवार यूनुस खान का प्रचार करने टोंक की सीट पर जाएंगे और उनके खिलाफ ऐसी भाषा का प्रयोग करेंगे?

फतेहपुर से हाकम खान प्रत्याशी

Advertisement

चुनाव प्रचार के शुरुआती दौर में योगी आदित्यनाथ ने जिस फतेहपुर सीट पर प्रचार किया, वहां से कांग्रेस के टिकट पर हाकम खान चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले भंवरू खान इस सीट से कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ते रहे और जीतते भी रहे. इस सीट के इतिहास पर गौर करें तो यहां से पहली बार मुस्लिम उम्मीदवार ही चुने गए थे जब कांग्रेस के टिकट पर अब्दुल गफ्फार खान ने बाजी मारी थी.

2013 में बीजेपी की लहर होने के बावजूद यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नंद किशोर महरिया ने जीत दर्ज थी. हालांकि, उन्होंने बीजेपी से बागी होकर यह चुनाव लड़ा था. इससे पहले 1993 के चुनाव में बीजेपी के बनवारी लाल ने यहां से जीत दर्ज की थी, जिसके बाद 1998, 2003, 2008 में लगातार कांग्रेस उम्मीदवार ने यहां बाजी मारी. यानी यह सीट परंपरागत तौर पर कांग्रेस के खाते में रही है.

मकराना सीट पर भी पहुंचे योगी

सोमवार (26 नवंबर) को ही योगी आदित्यनाथ ने नागौर के मकराना में भी रैली की. मकराना सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर जाकिर हुसैन को उम्मीदवार बनाया है. जाकिर इस सीट से चुनाव जीतते रहे हैं और 2013 के चुनाव में बीजेपी के श्रीराम भींचर ने उन्हें हरा दिया था. योगी ने मकराना शहर में आयोजित रैली के दौरान कांग्रेस पर विभाजन की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि बंटवारे की राजनीति का यह दुष्परिणाम है कि इस देश के अंदर आतंकवाद सिर चढ़कर बोल रहा है. योगी ने यह भी कह दिया कि जिन आतंकवादियों को कांग्रेस बिरयानी खिलाती थी हम उन्हें गोली खिला रहे हैं.

Advertisement

इतना ही नहीं, योगी अदित्यनाथ ने कांग्रेस पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. योगी ने इस बयान का जिक्र करते हुए पूछा कि अगर संसाधनों पर मुसलमानों का अधिकार है तो देश का हिन्दू कहां जाएगा?

कांग्रेस की योगी को टोंक में सभा करने की चुनौती

राजस्थान में कांग्रेस ने कुल 15 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं, इनमें से 8 उम्मीदवार वो हैं जिन्हें 2013 में हार का सामना करना पड़ा था. तीन महिला उम्मीदवार भी मैदान में हैं. जबकि बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवार के नाम पर इस बार सिर्फ यूनुस खान को टिकट दिया है, जो टोंक सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के खिलाफ लड़ रहे हैं.

क्या योगी आदित्यनाथ को बीजेपी ने विशेष रणनीति के तहत ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के लिए उतारा है, जहां से कांग्रेस के मुस्लिम चेहरे मैदान में हैं, इस सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के चुनाव सह-प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने कहा कि बीजेपी धार्मिक भाषणों से देश को बांटने का काम करती है और योगी आदित्यनाथ के जरिए भी ऐसा ही करने की कोशिश की जा रही है. काजी निजामुद्दीन ने योगी आदित्यनाथ को टोंक आने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह वाकई स्टार प्रचारक हैं तो यहां भी आएं और अपने इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार के लिए वोट की अपील करें. उन्होंने योगी आदित्यनाथ को बयानबहादुर बताते हुए कहा कि जो नेता अपने राज्य में कुछ नहीं कर पा रहे हैं, वो दूसरे राज्यों में जाकर इस तरह की बयानबाजी में लगे हैं.

Advertisement

ये सीटें भी योगी की लिस्ट में

बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने फतेहपुर और मकराना के अलावा पोकरण में भी सोमवार को जनसभा की. पोकरण सीट पर भी कांग्रेस ने सालेह मोहम्मद को प्रत्याशी बनाया है. सालेह मोहम्मद मुस्लिम धर्मगुरु गाजी फकीर के बेटे हैं.

इसके बाद मंगलवार को भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उनकी जनसभाएं प्रस्तावित हैं. अब तक के कार्यक्रम के मुताबिक, योगी मंगलवार (27 नवंबर) को अलवर के अलग- अलग इलाकों में जनसभाएं करेंगे, इनमें तिजारा और रामगढ़ विधानसभा भी शामिल है. इन दोनों सीटों पर कांग्रेस ने एमामुद्दीन खान और साफिया खान को मैदान में उतारा है. वहीं, आबादी के लिहाज से बात की जाए राजस्थान में अलवर सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला जनपद है, जहां करीब 15 फीसदी मुस्लिम आबादी है. दूसरी तरफ पिछले कुछ सालों में अलवर गोतस्करी और मॉब लिंचिंग के लिए भी काफी विवादों में रहा है.

इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के वीडियो को मुद्दा बनाते हुए कहा था कि कांग्रेस को अली मुबारक हमारे लिए बजरंग बली ही पर्याप्त हैं. दरअसल, इसके पीछे बीजेपी की रणनीति हो सकती है कि जिन सीटों पर कांग्रेस के मुस्लिम उम्मीदवार हैं, वहां वोटों का ध्रुवीकरण हो और मतदाता अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक में बंट जाए.

Advertisement

To get latest update about Rajasthan elections SMS RJ to 52424 from your mobile. Standard SMS Charges Applicable.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement