
यूपी के नए नवेले सीएम आदित्यनाथ योगी मंगलवार को दिल्ली में औपचारिक-अनौपचारिक मुलाकातों के बीच ही अपने मंत्रिमंडल का फाइनल बस्ता समेट ले गए. दिनभर में योगी ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित सात मुलाकातें की और संसद में लोकसभा सांसद के तौर पर अपना अंतिम भाषण दिया.
इस भाषण के बाद उन्होंने संसद से अपना इस्तीफा और लगे हाथ संसद के साथी सदस्यों अधिकारियों और कर्मचारियों का धन्यवाद भी दिया.
सबेरे 10 बज कर 10 मिनट पर योगी यूपी सरकार के विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे. भगवा सूती लुंगी कुरता और कंधों पर पतली भगवा चादर. कानों में सोने के कुंडल जो योगियों को कान छेद कर नहीं बल्कि लकड़ी से चीर कर पहनाये जाते हैं. तभी इनको कनफटा योगी भी कहते हैं. आदित्यनाथ योगी एयरपोर्ट से 11 बजे सीधे संसद पहुंचे. उन्होंने वित्तमंत्री से यूपी की परियोजनाओं के लिए अर्थ सहायता पर बातचीत की. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
दोपहर सवा एक बजे सीएम पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर 17 अकबर रोड. हालांकि मुलाकात का समय पौने एक बजे था. इस हिसाब से वह आधा घंटा देरी से चल रहे थे. आधे घंटे से ज़्यादा चली मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति भवन की ओर चल पड़े. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से 20 मिनट हुई मुलाकात के बाद योगी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिले.
दोपहर पौने तीन बजे योगी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पास पहुंचे. असली मुलाकात तो यहीं हुई. मंत्रिपरिषद के सदस्यों के बीच विभागों के बंटवारे को फाइनल टच दिया गया. लिस्ट सौपकर योगी संसद गए. 4.30 बजे संसद में वित्त विधेयक पर चल रही चर्चा में हिस्सा लिया. ये अलग बात है कि योगी ने अपने स्वभाव से हट कर चुटीले अंदाज़ में एक मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी प्राथमिकताओं का बखान किया. उनके भाषण के दौरान मेजें भी खूब थपथपाई गईं.
योगी ने संसद में अपने अनुभव साझा किए और सबका धन्यवाद किया. साढ़े पांच बजे वह पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के प्रमुख लालकृष्ण आडवाणी के घर पहुंचे. मुलाकात हुई और हवाई अड्डे जाने की बजाय योगी फिर पहुंचे अमित शाह के घर 11 अकबर रोड. इस मुलाकात में पिछले घंटे सौंपी फेहरिस्त पर चर्चा पूरी हुई. योगी- शाह ने तय कर लिए विभागों के मंत्रियों के खाते. योगी ने मंत्रिपरिषद के विभागों की फेहरिस्त का बस्ता सम्भाला और लखनऊ के लिए उड़ चले.