
मथुरा के किसान छिद्दी सिंह की 1 पैसे की ऋण माफी के सर्टिफिकेट ने योगी सरकार की ऐसी फजीहत कराई कि सरकार को तुरंत ही कार्रवाई करनी पड़ी. जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि जिन छिद्दी सिंह 1 एक पैसे की कर्ज माफी हुई है. उन पर लाखों का ऋण बकाया है. ऐसा कहा जा रहा है कि कंप्यूटर की गलती से एक लाख की जगह सिर्फ एक पैसे का ऋण माफ हुआ है.
सबसे पहले सोमवार को अखिलेश यादव ने किसान के 1 पैसे ऋण माफी सर्टिफिकेट को लेकर ट्वीट किया. इसके बाद से ही सोशल मीडिया और सरकारी महकमे में ऋण माफी के इस सर्टिफिकेट को लेकर हंगामा मच गया. एक पैसे के ऋण माफी के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी दोनों की तस्वीरें भी चस्पा थीं. 1 पैसे की ऋण माफी ने जैसे ही सुर्खियां बटोरनी शुरू कीं तो मथुरा के डीएम ने बकायदा जांच के बाद एक प्रेस रिलीज जारी की और जल्द ही गलती सुधार की बात की.
नियमानुसार किसान छिद्दी सिंह के लाख रुपये माफ होंगे
जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी ने इस मामले के मद्देनजर कहा कि जनपद में किसानों की फसल ऋण माफी का कार्य अलग-अलग चरणों में चल रहा है. वे कहते हैं कि छिद्दी सिंह पुत्र डालचन्द निवासी अडींग मथुरा का केसीसी खाता संख्या-4965008800000952, 04 अक्टूबर 2011 को पंजाब नेशनल बैंक की शाखा गोवर्धन में खोला गया था. खाता काफी अनियमित हो गया था तथा खाते को 26 मार्च 2015 को बैंक शाखा द्वारा पुनर्रचना करके समानान्तर बैंक खाता संख्या-49650000000367 खोला गया परन्तु फसल ऋण माफी के प्रथम चरण में केसीसी खाता संख्या-4965008800000952 आधार कार्ड से लिंक होने के कारण ऋण माफी हेतु चयनित हो गया और खाते में 31 मार्च 2016 को बकाया राशि रुपये 0.01 किसान को मिल गई. इसे लेकर अलग-अलग चरणों में अभियान चल रहे हैं. वे कहते हैं कि छिद्दी सिंह का नाम अगले चरण में फसल ऋण माफी की कार्यवाही में स्वतः ही शामिल हो जाएगा. वर्तमान में छिद्दी सिंह के खाते में कुल रू0 223222/- का ऋण है. इसमें नियमानुसार एक लाख रुपये की ऋण माफी की अपेक्षित है.
एक तरफ जहां विपक्ष इस मसले पर सरकार को घेरने की कोशिश में है. वहीं प्रशासन के इस प्रेस रिलीज से साफ हो गया है कि 1 लाख रुपये की जगह 1 पैसे की कर्जमाफी हुई है. छिद्दी सिंह की अगले चरण में कर्जमाफी कर दी जाएगी.