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मोदी के विरोधी वो युवा चेहरे जिन्हें सरकार के एक्शन ने ही बना दिया नेता!

जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार अकेले युवा नेता नहीं हैं जिनसे मोदी सरकार का आमना-सामना हुआ हो. पिछले करीब पांच-छह सालों में ऐसे करीब आधा दर्जन युवा नेताओं का नाम लिया जा सकता है जो मोदी सरकार के विरोध में उभर कर सामने आए.

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (फोटो-PTI) जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (फोटो-PTI)
वरुण शैलेश
  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

  • पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद विरोध में उभरे कई चेहरे
  • देशद्रोह के केस के बाद युवा नेता चुनावी राजनीति में भी उतरे

'शरजील का बयान देखिए, वीडियो देखिए, देख रहे हैं न आप. कन्हैया कुमार से भी ज्यादा खतरनाक बोले हैं. चिकन नेक को काट दो, असम भारत से कट जाएगा. अरे सात पुश्तें लग जाएंगी भैया, असम ऐसे नहीं कटेगा. आज दिल्ली पुलिस ने उन्हें धर लिया है. आज उन्हें जेल की हवा खाने दिल्ली लाया जा रहा है.'

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को रायपुर में बोलते हुए शरजील को लेकर यह बात कही. इससे एक दिन पहले भी वो दिल्ली की एक जनसभा में बोल चुके थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर शरजील इमाम के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज हुआ है. अमित शाह के इन बयानों से ऐसा जाहिर हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए कन्हैया कुमार के बाद शरजील इमाम एक दूसरा चेहरा मिल गया है.

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जवाहरलाल यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पहले ऐसे युवा नेता नहीं हैं जिनसे मोदी सरकार का आमना-सामना हुआ हो. पिछले करीब पांच-छह सालों में ऐसे आधा दर्जन युवाओं का नाम लिया जा सकता है जो मोदी सरकार के विरोध में उभर कर सामने आए. इनमें पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के ही दो हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी का नाम शामिल है.

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कन्हैया कुमार और उमर खालिद

नौ फरवरी 2016 को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में कुछ अज्ञात युवकों ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में कुछ युवाओं ने कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए थे. इसके बाद कन्हैया कुमार और उमर खालिद को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में बहुत बवाल मचा. अपने भाषणों की वजह से कन्हैया कुमार और उमर खालिद मोदी विरोधी युवा चेहरे के रूप में उभरे.

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शेहला राशिद

फरवरी 2016 में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य की गिरफ्तारी के बाद जेएनयूएसयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद ने जेएनयू आंदोलन की बागडोर संभाली थी. वह मोदी सरकार को लेकर लगातार मुखर रहती हैं. जेएनयू से निकलने के बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी ज्वॉइन की थी.

हार्दिक पटेल

पटेल आरक्षण के मुद्दे पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात में एक बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया. हार्दिक पटेल गुजरात में पटेलों के लिए आरक्षण की मांग पर बड़ी रैलियां करके सुर्खियों में आए थे. उन पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का मामला दर्ज किया है. बाद में उन पर देशद्रोह की धाराओं के तहत सूरत में भी मामला दर्ज किया गया. उन पर आरोप है कि उन्होंने पटेल समुदाय के युवक को आत्महत्या करने के बजाय पुलिसवालों को मारने की सलाह दी. बाद में हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए.

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रोहित वेमुला की मांग के साथ उमर खालिद और जिग्नेश मेवाणी(Twitter@jigneshmevani80)

जिग्नेश मेवाणी

जिग्नेश मेवाणी राजकोट में कथित गो सेवकों द्वारा दलित युवकों की निर्मम पिटाई के खिलाफ आंदोलन करते हुए सुर्खियों में आए थे. जिग्नेश नए दलित नेता के रूप में उभरे. वो प्रखर, प्रभावी और आक्रामक दलित नेतृत्व के प्रतीक के रूप में दिखते हैं. गुजरात में दलितों को पारंपरिक काम और दमन करने की अपर कास्ट की कोशिशों की प्रतिक्रिया में जिग्नेश हीरो की तरह सामने आए. वो भी गुजरात विधानसभा चुनाव में जीते. वह देशभर में चलने वाले आंदोलन में हिस्सा लेते हैं और मोदी सरकार पर सीधे हमलावर दिखते हैं.

चंद्रशेखर आजाद

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 5 मई 2017 को दलित परिवारों को घर जलाए जाने के विरोध में हुए आंदोलन के बाद चंद्रशेखर आजाद का नाम उभर कर सामने आया था. आक्रोशित दलित युवाओं के संगठन भीम आर्मी ने 09 मई, 2017 को सहारनपुर के गांधी पार्क में एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था. बाद में 08 जून, 2017 को उत्तर प्रदेश पुलिस ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से अरेस्ट किया था. उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा लगाई गई थी. उन्हें 15 महीने बाद जेल से रिहा किया गया था. अभी नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देश भर में जारी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं.

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