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'कॉल मनी' का मामला गरमाया, वाईएसआर ने विधानसभा सत्र के बहिष्कार का किया फैसला

आंध्रे प्रदेश में 'कॉल मनी' के मुद्दे ने न सिर्फ राजनीतिक रूप ले लिया है बल्कि ये मामला अब गरमाता जा रहा है. सोमवार को वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के मौजदा शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

वाईएसआर कांग्रेस ने किया आंध्र प्रदेश विधासभा के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार वाईएसआर कांग्रेस ने किया आंध्र प्रदेश विधासभा के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार
मोनिका शर्मा
  • हैदराबाद,
  • 21 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

आंध्रे प्रदेश में 'कॉल मनी' के मुद्दे ने न सिर्फ राजनीतिक रूप ले लिया है बल्कि ये मामला अब गरमाता जा रहा है. सोमवार को वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के मौजदा शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

विधानसभा में कॉल मनी के मुद्दे पर चर्चा की इजाजत न मिलने और पार्टी विधायक आर. के. रोजा को एक साल के निलंबित किए जाने के विरोध में वाईएसआर कांग्रेस ने ये फैसला लिया है.

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विधानसभा से वाईएस जगनमोहन रेड्डी समेत 58 विधायकों को निलंबित किया जा चुका है जबकि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर असंसदीय टिप्पणी करने के आरोप में आर. के. रोजा को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है. सोमवार को जगनमोहन रेड्डी ने सदन के बाहर अपने पार्टी के सदस्यों का नेतृत्व किया.

क्या है कॉल मनी का मामला
हैदराबाद में फोन के जरिए महिलाओं को कर्ज देने और बदले में शारीरिक संबंध बनाने की शर्त के मामले सामने आने से राज्य में दहशत का माहौल है. इस मामले में कई नेताओं और नामचीन लोगों के शामिल होने की बातें सामने आ रही हैं. विजयवाड़ा में एक परिवार की शिकायत के बाद ये मामला सामने आया है. परिवार का आरोप है प्रदेश में महिलाओं को शारीरिक संबंध बनाने के बदले कर्ज दिया जा रहा है.

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कई जगहों से चल रहा है रैकेट
मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि राज्य के कई जिलों से ये रैकेट चलाया जा रहा है. मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. पुलिस ने बताया कि यौन संबंधों के बदले कर्ज देने का वादा किया जाता है और इस बात की शर्त रखी जाती है कर्जदाता अपना पैसा कभी भी वापस मांग सकता है , जिसके न चुकाए जाने की स्थिति में कर्ज लेने वालों की जमीन कब्जे में ली जा सकती है.

व्यापार करने वाली महिलाएं हैं निशाना
जानकारी के मुताबिक इस रैकेट को चलाने वाले लोगों का निशाना छोटे स्तर पर व्यापार करने वाली महिलाएं होती हैं, जिन्हें व्यापार के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है. ये लोग महिलाओं को लालच देते हैं कि अगर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाया जाए तो वो कर्ज वापस नहीं लेंगे. इतना ही नहीं, आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को 120 से 200 फीसदी तक की ब्याज दरों पर कर्ज दिया जाता है और बदले में उनके हस्ताक्षरों वाले चेक लेकर ब्लैकमेल किया जाता है.

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