
आखिरकार पिछले कई दिनों से टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच को लेकर चल रहा नाटकीय घटनाक्रम खत्म हो गया. मंगलवार को बीसीसीआई ने टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के तौर पर भरत अरुण को नियुक्त कर दिया है. भरत अरुण अब श्रीलंका दौरे से भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच की कमान संभालेंगे. इससे साफ है कि राहुल द्रविड जहीर खान का पत्ता कट चुका है.
बीसीसीआई के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 610 विकेट लेने वाले खिलाड़ी पर महज 6 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वाला खिलाड़ी भारी पड़ गया. एक गेंदबाज के रूप में जहीर खान का भरत अरुण से ज्यादा अनुभव है.
जहीर खान बनाम भरत अरुण
जहीर खान ने 200 वनडे मैच खेले हैं और 282 विकेट लिए हैं. जबकि अरुण ने सिर्फ चार वनडे मैच खेले हैं और एक विकेट लेने में कामयाब हुए हैं.भरत अरुण ने भारत के लिए 2 टेस्ट मैचों में 4 विकेट और 4 वनडे मैचों में सिर्फ 1 विकेट हासिल किए हैं. वहीं, जहीर खान का रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने वनडे, टेस्ट और टी-20 में कुल 610 विकेट हासिल किए है. जहीर ने वनडे में 282, टेस्ट में 311 और टी-20 में 17 विकेट हासिल किए है, जबकि अरुण के खाते में वनडे और टेस्ट मिलाकर सिर्फ पांच विकेट ही हैं.
अब ये रिकॉर्ड तो साफ बताता है कि रिकॉर्ड के हिसाब से तो जहीर खान अरुण से काफी आगे हैं. लेकिन फिर भी बीसीसीआई ने एक ऐसे शख्स को टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच चुना जिसके महज 5 अंतरराष्ट्रीय विकेट हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि भरत अरुण के गेंदबाजी कोच के तौर पर कमान संभालने के बाद टीम इंडिया की गेंदबाजी में कितनी धार आती है.
कौन हैं भरत अरुण ?
1979 भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के जब रवि शास्त्री कप्तान थे. तब उसी टीम में गेंदबाज के तौर पर भरत अरुण खेल रहे थे. अरुण इससे पहले 2014 में टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं, और वह भी तब जब उस वक्त रवि शास्त्री टीम डायरेक्टर थे.
कहा जाता है कि रवि शास्त्री के ही कहने पर एन. श्रीनिवासन ने भरत अरुण को टीम का गेंदबाजी कोच बनाया था. जब तक रवि शास्त्री टीम इंडिया से मैनेजर और डायरेक्टर के तौर पर जुड़े रहे तब तक भरत अरुण भी टीम के साथ थे. लेकिन पिछले साल रवि शास्त्री की जगह जब कुंबले कोच बने तो भरत अरुण गेंदबाजी कोच से हटा दिए गए.