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गुलबर्ग सोसाइटी मामले में कोर्ट के फैसले पर दंगों की पीड़िता जाकिया जाफरी ने असंतोष जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि यह आधा न्याय है, जिसे मिलने में भी 14 साल लग गए.
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उन्होंने कहा कि 'मुझे पूरा न्याय नहीं मिला. ये आधा न्याय है. 14 साल बाद फैसला आया है, अभी 15 साल और लगेंगे, लेकिन ये लड़ाई जारी रहेगी.' जाकिया ने कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और निश्चित रूप से ऊपरी अदालत में इसके खिलाफ अपील करेंगी.
बता दें कि 28 फरवरी 2002 को भड़की हिंसा के दौरान भीड़ ने गुलबर्ग सोसाइटी पर हमला कर दिया था. इस हमले में 69 लोग मारे गए थे, जिनमें पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी भी शामिल थे. जाकिया जाफरी पूर्व कांग्रेस सांसद की पत्नी हैं. घटना के बाद 39 लोगों के शव बरामद किए गए थे जबकि सात साल बाद बाकी 30 लापता लोगों को मृत मान लिया गया था.