
बांग्लादेश में आतंकी हमले के बाद अपने कथित भड़काऊ उपदेशों के कारणा चर्चा में आए जाकिर नाइक अब 14 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बात करेंगे. नाइक के प्रवक्ता आरिफ मलिक ने मंगलवार को बताया कि वह गुरुवार को सुबह 11:30 बजे मुंबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में वीडियो चैट के जरिए जुड़ेंगे. इससे पहले उन्हें मंगलवार को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी.
गौरतलब है कि सोमवार को आरिफ ने बताया कि अब दो-तीन हफ्ते बाद भारत लौटेंगे . उन्हें सोमवार को ही भारत लौटना था. लेकिन बताया जाता है कि अगले दो-तीन हफ्ते वो कुछ अफ्रीकी देशों का दौरा करेंगे, जहां उन्हें भाषण देना है. जाकिर नाइक ने इसके साथ ही मंगलवार को मुंबई में अपना प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दिया. हालांकि वह स्काइप के जरिए अब 14 जुलाई को मीडिया को संबोधित करेंगे और अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देंगे.
'जांच में सहयोग के लिए हूं तैयार'
जाकिर के एक सहयोगी ने कहा, 'यह कभी नहीं कहा गया कि वह मंगलवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद शामिल होंगे. उन्होंने तय किया है कि वह स्काइप के जरिए मीडिया के सवालों का जवाब देंगे.' जाकिर ने इसके बाद खुद एक बयान जारी कर कहा कि वह जांच से भाग नहीं रहे हैं, बल्कि जांच कर रही एजेंसियों का सहयोग करना चाहते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक उनसे किसी जांच एजेंसी ने कुछ नहीं पूछा है. मुस्लिम धर्म प्रचारक ने कहा कि वह आतंकवाद और हिंसा के सख्त खिलाफ हैं.
फाउंडेशन को मिले चंदे की हो रही जांच: सूत्र
दूसरी ओर, सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार ने जाकिर नाइक के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ा दिया है. इसके तहत अब उनके फाउंडेशन इस्लामिक रिसर्च को मिले करोड़ों रुपये के चंदे की भी जांच हो रही है. बताया जाता है कि साल 2012 तक जाकिर के फाउंडेशन को चंदे में 15 करोड़ रुपये मिले. गृह मंत्रालय यह पता लगाने में जुट गई है कि इन पैसों को कहां खर्च किया गया.
सूत्र बताते हैं कि जाकिर नाइक को सबसे अधिक चंदा ब्रिटेन और सऊदी अरब से मिला है. मंत्रालय के सूत्र ने बताया कि फाउंडेशन के खिलाफ फॉरेन कंट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) उल्लंघन के तहत जांच की जा रही है.