
जरदारी ने पेशावर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब वह सत्ता में थे तो पाकिस्तान के अफगानिस्तान और भारत के साथ संबंध अच्छे थे. सभी जगह शांति का माहौल था. उन्होंने कहा, हमें अपने पड़ोसी देशों के बीच दोस्ती के संबंध बनाने चाहिए. लेकिन नवाज शरीफ की सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है. हालात बिगड़ते नजर आ रहे है. उन्होंने कहा कि वो युद्ध नहीं होगा, वो ऐसा होने नहीं देंगे. उन्होंने पड़ोसी देशो के साथ अनबन को लेकर नवाज सरकार की आलोचना की.
जरदारी ने घरेलू मोर्चे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि खैबर पख्तून ख्वाह में हिंसा बढ़ रही है. जिसकी सरकार वहां है उन्हें इसकी खबर नहीं है. उन्होंने कहा, उन्हें नहीं पता कि खैबर पख्तून ख्वाह में कितने भाई-बहन और बच्चे बेघर हुए हैं. उनकी राष्ट्रीय पहचान छीनी जा रही है. उन्हें जेल में रखा जा रहा है. सरकार को इस बात की कोई चिंता नहीं है.
सभी पड़ोसी देशो के साथ बनाये मित्रता पूर्ण संबंध
जरदारी ने कहा, हमें अपने पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखने चाहिए. उन्होंने कहा कि युद्ध के बारे में प्रधानमंत्री शरीफ के वही विचार हैं जो अमेरिका के हैं. वो अमेरिका की यानी कि युद्ध छेड़ने की नीति का पालन कर रहे है. उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ को सभी पड़ोसी देशो के साथ बातचीत कर हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए. जिस तरीके से नवाज शरीफ काम कर रहे है वो सही नहीं है. सारी समस्याओ का केवल युद्ध नहीं है बातचीत करके भी समाधान निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर युद्ध नहीं होने देंगे.