Advertisement

मुस्लिम से डिलिवरी ना लेने वाले को जोमैटो का जवाब- खाने का कोई धर्म नहीं, खाना खुद धर्म

एक ग्राहक ने जोमैटो के डिलिवरी बॉय से सिर्फ इसलिए खाना नहीं लिया क्योंकि वह मुस्लिम था. लेकिन अब जोमैटो की तरफ से इस व्यक्ति को करारा जवाब दिया गया है.

जोमेटो के जवाब ने जीता सबका दिल जोमेटो के जवाब ने जीता सबका दिल
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 3:35 PM IST

ऑनलाइन फूड सर्विस वेबसाइट जोमैटो के साथ एक बार फिर धर्म से जुड़ा एक मामला सामने आया है. एक ग्राहक ने जोमैटो के डिलिवरी बॉय से सिर्फ इसलिए खाना नहीं लिया क्योंकि वह मुस्लिम था. लेकिन अब जोमैटो की तरफ से इस व्यक्ति को करारा जवाब दिया गया है. पहले ये जवाब जोमैटो ने अपने ट्विटर अकाउंट से दिया और बाद में जोमैटो के फाउंडर दीपेंद्र गोयल ने भी दिया. जोमैटो ने लिखा कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना खुद एक धर्म है.

Advertisement

इसके अलावा दीपेंद्र गोयल ने ट्विटर पर लिखा कि हम भारत के विचारों और हमारे ग्राहकों-पार्टनरों की विविधता पर गर्व करते हैं. हमारे इन मूल्यों की वजह से अगर बिजनेस को किसी तरह का नुकसान होता है तो हमें इसके लिए दुख नहीं होगा.

 

जोमैटो और उसके फाउंडर की तरफ से जिस तरह इस मामले में जवाब दिया गया है, उससे सोशल मीडिया पर लोगों ने दोनों की जमकर तारीफ की है. साथ ही पंडित अमित शुक्ल जिन्होंने ये मामला उठाया था और इस बारे में ट्वीट किया था उनको काफी खरी-खोटी सुनाई है.

मंगलवार को अमित शुक्ल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस बारे में शिकायत की थी. अमित ने लिखा था कि मैंने अभी-अभी जोमैटो पर एक ऑर्डर कैंसिल किया है, क्योंकि उनकी तरफ से एक नॉन हिंदू डिलिवरी बॉय भेजा गया था. अमित शुक्ल की तरफ से कई स्क्रीनशॉट ट्विटर पर जारी किए गए और पूरे मामले को उठाया गया,.

Advertisement

हालांकि, ये मसला उनपर ही भारी पड़ गया. क्योंकि सोशल मीडिया पर उन्हें बुरी तरह से ट्रोल किया जाने लगा और समाज में नफरत फैलाने वाला बताया गया. कई लोगों ने ट्विटर से इस अकाउंट को ब्लॉक करने की अपील भी की.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement