
कोरोना के दौर में लोकप्रिय हुए जूम ऐप की संचालक कंपनी ने आईटी फर्म Oracle के साथ एक महत्वपूर्ण सौदा किया है. इसके तहत जूम के क्लाउड सेवाएं ओरेकल के सर्वर के माध्यम से संचालित की जाएंगी.
Oracle ने इस सौदे की कोशिश में लगे एमेजॉन वेब सर्विसेज, गूगल क्लाउड प्लेटफॉर्म और माइक्रोसॉफ्ट के Azure क्लाउड को पीछे छोड़ दिया है. इस सौदे के बाकी ब्योरे का खुलासा नहीं किया गया है.
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जूम की बढ़ी लोकप्रियता
गौरतलब है कि कोरोना की वजह से जब दुनिया के एक-तिहाई से ज्यादा देशों में लॉकडाउन है तो ऑनलाइन क्लासेज, मीटिंग आदि के लिए जूम का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है. जूम के सीईओ एरिक युआन ने एक बयान में कहा, 'हाल के दिनों में हमारे कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. हमने कई प्लेटफॉर्म को देखा, लेकिन हमें ओराकल का क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर अपनी क्षमता तेजी से बढ़ाने में काफी उपयोगी लगा. यह हमारे नए ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने वाला भी है.'
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गौरतलब है कि जूम ऐप के साथ एकबार में करीब 100 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ सकते हैं. ट्रैफिक बहुत अधिक होने की वजह से अब जूम को ओरेकल के सर्वर का सहारा लेना पड़ रहा है.
जूम की प्राइवेसी को लेकर उठे थे सवाल
दुनिया भर में तेजी से Zoom यूजर्स बढ़े तो उसकी प्राइवेसी को लेकर भी बड़ी समस्या आने लगी. ब्लीडिंग कंप्यूटर की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 5 लाख से ज्यादा Zoom अकाउंट को डार्क वेब में बेचा जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक Zoom यूजर्स को इस बात का अंदाजा भी नहीं होता है कि उनका डेटा बेचा जा रहा है. इनमें यूजरनेम, पासवर्ड और यूजर द्वारा दर्ज की कई जानकारियां शामिल हैं.