
ई-कॉमर्स दिग्गज Amazon अपनी सर्विस चीन से बंद करने की तैयारी में है. 18 जुलाई से चीन से ई-कॉमर्स वेबसाइट ऐमेजॉन की सर्विस बंद कर दी जाएंगी यानी लोग ऐमेजॉन से खरीदारी नहीं कर पाएंगे. चीन में ऐमेजॉन को Alibaba के Tmall और JD.com से कड़ी टक्कर मिल रही थी.
ऐमेजॉन दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है, लेकिन फिर भी चीनी ऑनलाइन रिटेलर्स से शायद मुकाबला करने में कंपनी फेल हो गई है. जुलाई 18 तक ऐमजॉन चीन में अपने तमाम ई-कॉमर्स से जुड़े ऑपरेशन्स बंद कर देगी. हालांकि ऐमेजॉन की दूसरी सर्विस चीन में पहले जैसे ही मिलती रहेंगी, उदाहरण के लिए Amazon Web Services. आपको बता दें कि AWS से कंपनी के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा आता है.
ऐमेजॉन अब चीन में ओवरसीज गुड्स और क्लाउड सर्विस पर फोकस करेगी. आपको बता दें कि चीनी ई-कॉमर्स मार्केट में Alibaba के Tmall और JD.com का एक तरह से कब्जा है और रिपोर्ट के मुताबिक ई-कॉमर्स के टोटल मार्केट शेयर का 82 फीसदी हिस्सा इन दोनों वेबसाइट्स के पास ही हैं. यानी वहां के लोग लोकल कंपनियों को तरजीह देते हुए एक तरह से अमेरिकी कंपनी Amazon को बायकॉट किया है.
ऐमेजॉन के मुताबिक अब कंपनी क्रॉस बॉर्डर मार्केट पर ध्यान देगी. कंपनी ने FT को दिए एक स्टेटमेंट में कहा है, ‘हम सेलर्स को नोटिफाई करके बता रहे हैं कि अब हम Amazon.cn को बंद करने जा रहे हैं और 18 जुलाई से कोई सर्विस नहीं दी जाएगी’
चीन के यूजर्स अब ऐमेजॉन ऑनाइन स्टोर से ऑर्डर नहीं कर पाएंगे, हालांकि ऐमेजॉन ग्लोबल से अब भी चीन के यूजर्स ऑर्डर कर सकते हैं जैसे दूसरे देशों में होता है. हालांकि इसके लिए ज्यादा पैसे और ज्यादा वक्त लगता है.
भारत की बात करें तो यहां स्थिति कुछ अलग है. भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकर्ट को ऐमेजॉन से कड़ी टक्कर मिलती है. हालांकि एक तथ्य ये भी है कि फ्लिपकार्ट का भी अधिग्रहण अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने कर लिया है. इसके अलावा दूसरी भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी जैसे स्नैपडील काफी पिछड़ गई है और पेटीएम ई-कॉमर्स बाजार में लगातार स्ट्रगल कर रही है.