Advertisement

Apple ने अगर ऐप स्टोर से ये चीनी ऐप हटाया तो कंपनी को हो सकता है भारी नुकसान!

अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनल्ड ट्रंप अमेरिका में 45 दिन के अंदर चीनी कंपनी टेंसेंट के साथ यूएस ट्रांजैक्शन को बैन करने वाले एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है. ये फैसला ऐपल के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है.

Representational Image Representational Image
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 7:31 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है इसके तहत चीनी कंपनी टेंसेंट का अमेरिका में ट्रांजेक्शन 45 दिनों के अंदर बैन करना है.

चीनी ऐप WeChat को सुपर ऐप भी कहा जाता है. ये ऐप टेंसेंट ग्रुप का ही है. ऐसे में अमेरिकी कंपनी ऐपल को भी अपने ऐप स्टोर से WeChat ऐप हटाना पढ़ सकता है. पॉपुलर एनालिस्ट ने ये दावा किया है अगर ऐसा हुआ तो ऐपल को इससे नुकसान हो सकता है.

Advertisement

चूंकि WeChat ऐप वन स्टॉप शॉप की तर्ज पर है इसलिए चीन में ये ऐप काफी पॉपुलर है. पॉपुलर ऐपल एनालिस्ट Ming Chi-Kuo ने कहा है कि अगर ऐपल अपने ऐप स्टोर से WeChat को हटाता है तो इससे कंपनी को भारी नुकसान हो सकता है.

एनालिस्ट ने ये भी आशंका जताई है कि आईफोन की बिक्री में 25-30% की कमी हो सकती है. Ming Chi-Kuo ने कहा है कि वर्ल्ड वाइड बैन चीनी मार्केट साइज देखते हुए ऐपल के लिए मुश्किल भरा हो सकता है.

चूंकि चीन में WeChat ऐप वैसा ही है जैसे भारत में वॉट्सऐप है. वहां ये ऐप डेली यूज के लिए सबसे ज्यादा मोबाइल फोन्स में इंस्टॉल किया जाता है. Ming Chi-kuo ने ये भी कहा है कि चीन में We Chat लोगों की जरूरत बन चुका है.

Advertisement

WeChat के जरिए ही पेमेंट किए जाते हैं, ई-कॉमर्स से शॉपिंग हो, मैसेजिंग हो या फिर सोशल नेटवर्किंग, ये ऐप चीन में सुपर ऐप कहा जाता है.

MacRumors की एक रिपोर्ट के मुताबिक एनालिस्ट ने कहा है कि अगर ऐपल ऐप स्टोर से ये ऐप वर्ल्ड वाइड बैन किया जाता है कि आईफोन शिपमेंट में 25 से 30% की गिरावट होगी, जबकि इसका असर एयरपॉड्स, आईपैड, मैक और ऐपल वॉच पर 15-20% हो सकता है.

हालांकि उनका ये भी मानना है कि अगर ऐपल सिर्फ अमेरिका से ही WeChat ऐप बैन करता है तो कंपनी के आईफोन शिपमेंट में 3-6% की ही गिरावट होगी. लेकिन ज्यादा असर तब पड़ेगा जब ऐपल इस ऐप को वर्ल्ड वाइड बैन करेगी.

फिलहाल ऐपल ने अब तक इस ऐप को न तो बैन किया है और न ही इसके बारे में कंपनी की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement