
रिलायंस जियो का फ्री इंटरनेट यूज कर रहे हैं तो आने वाले कुछ महीनों में इसके पैसे देने होंगे. मतलब ये कि फ्री ऑफर खत्म हो जाएगा. ऐसे में एक रिपोर्ट आ रही है जो कुछ यूजर्स के लिए खुशखबरी जैसी है. इसके मुताबिक अब दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ने भारत में फ्री इंटरनेट देने की कवायद शुरू की है.
बिजनेस इंसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ने बताया है कि वो देश की टेलीकॉम कंपनियों और वाईफाई प्रोवाइडर्स के साथ भारत में फ्री इंटरनेट देने के लिए बातचीत कर रही है.
गौरतलब है कि अलीबाबा चीन में UCWeb के नाम से इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी चलाती है जिसका सबसे पॉपुलर प्रोडक्ट UC Browser भी है. हाल ही में कंपनी ने भारत में जोर शोर से UC News की शुरूआत की है और इसके लिए कंपनी बड़े स्तर पर बॉलीवुड स्टार्स से विज्ञापन भी करा रही है. यानी इस कंपनी को भारतीय बाजार के बारे में पहले से अंदाजा है.
फेसबुक ने भी शुरू की थी फ्री बेसिक की कवायद
अगर आपको याद होगा तो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक ने भारत में फ्री बेसिक इंटरनेट देने की कवायद शुरू की थी. इसके बाद देश भर में नेट न्यूट्रैलिटी का मुद्दा उठा और आखिरकार फेसबुक को अपनी इस सर्विस को वापस लेना पड़ा. दरअसल इस सर्विस के तहत फेसबुक कुछ चुनिंदा ऐप्स और सर्विसों के लिए लोगों को फ्री इंटरनेट देना चाहता था जो नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ है.
ऐसे में अलीबाबा जब देश में फ्री इंटरनेट देने की तैयारी में है तो ये सवाल उठने लाजमी हैं कि क्या यह भी फेसबुक के फ्री बेसिक की तरह कोई सर्विस तो नहीं है?
अलीबाबा मोबाइल बिजनेस ओवरसीज बिजनेस प्रेसिडेंट जैक हुआंग ने बिजनेस इंसाइडर से कहा है, ‘हम इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर और वाईफाई प्रोवाइडर निश्चित तौर पर बातचीत करके अवसर तलाशेंगे. कम दाम पर इंटरनेट या यों कहें की फ्री कनेक्टिविटी के लिए हम लगातार कोशिश कर रहे हैं.’
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में इंटरनेट सर्विस के लिए UC Web पहले से ही इंटरनेट प्रोवाइडर्स और टेलीकॉम कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है. कंपनी खासतौर पर वैसे इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी देने की तैयारी में जहां कनेक्टिविटी की समस्या है या इंटरनेट नहीं है.
फिलहाल यह साफ नहीं है कि इसकी शुरुआत कब से की जाएगी और इसके प्रावधान क्या होंगे. क्योंकि अगर फेसबुक के फ्री बेसिक पर सवाल उठ सकते हैं तो इसपर भी सवाल उठेंगे ही.