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कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया और इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप्स पर गलत जानकारियां तेजी से फैल रही हैं. इसे रोकने के लिए लगभग सभी बड़ी टेक कंपनियां एक साथ आई हैं. गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, लिंक्ड इन, ट्विटर और रेडिट ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया है.
कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर गलत इनफॉर्मेशन रोकने के लिए इन कंपनियों ने कड़े कदम उठाने की बात कही है. सभी बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा है, 'हम दूसरी कंपनियों को भी इन्वाइट करते हैं ताकि अपनी कम्यूनिटी को हेल्थी और सेफ रखा जा सके.'
फेसबुक, गूगल, लिंक्ड इन, माइक्रोसॉफ्ट, रेडिट, ट्विटर और यूट्यूब ने कहा है, 'हम COVID-19 रेस्पॉन्स एफर्ट पर नजदीक से काम कर रहे हैं. हम एक साथ मिल कर अपने प्लेटफॉर्म पर मिस इनफॉर्मेशन और फ्रॉड रोकने का काम कर रहे हैं.'
इन कंपनियों ने कहा है कि सरकार की हेल्थ केयर एजेंसियों के साथ मिलकर उनके साथ क्रिटिकल अपडेट्स भी शेयर किए जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल ने पिछले महीने कहा था कि गलत जानकारियां भी COVID-19 जितनी ही खतरनाक हैं.
गूगल ने कोरोना वायस के लिए वेबसाइट डेवेलप की है. इसके अलावा गूगल कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी वाले आर्टिकल पर भी लगाम लगाने की तैयारी में है.
कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार भ्रामक जानकारियां भी शेयर की जा रही हैं जिसकी वजह से पैनिक हो रहा है. इसलिए अब इस तरह के आर्टिकल को बैन डीरैंक किया जाएगा.
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कन्फर्म किया है कि गूगल अमेरिकी सरकार के साथ पार्टनर्शिप करके कोराना वायरस प्रिवेंशन और लोकल रीसोर्स से जुड़ी जानकारियां वेबसाइट पर अपडेट की जाएंगी.