
भारत में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट की स्थिति बदतर है और यह दुनिया भर के निचले पायदान पर है. ऐसे में रिलायंस जियो की 4G सर्विस अगल लोगों तक पहुंची और कंपनी ने वादे के मुताबिक सर्विस दिया तो क्या भारत ब्रॉडबैंड रैंकिंग सुधर सकती है?
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरूवार को रिलायंस जियो के बारे कई जानकारियां दी हैं. उन्होंने कहा है, 'भारत 230 देशों में से दुनिया के मोबाइल इंटरनेट ऐक्सेस की लिस्ट में 155वें पायदान पर है'
इसके साथ ही उन्होंने यह दावा कि है कि जियो इसे बदल देगा. उन्होंने कहा कि जियो लॉन्च के बाद भारत इस लिस्ट में टॉप-10 पर पहुंच जाएगा और यहां कि 1.2 बिलियन जनता भी इंटरनेट के इस नए दौर में पीछे नहीं रहेगी.
हालांकि 5 सितंबर से जियो 4G का कॉमर्शियल लॉन्च होगा और इसके बाद इसकी सर्विसेज की क्वालिटी के बाद ही तय होगा कि मोबाइल इंटरनेट के मामले में भारत ऊपर जाएगा या फिर स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी.
फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की बात करें, तो भारत एशिया पेसिफिक में 39वें नंबर पर है. युनाइटेड नेशन्स इकॉनोमिक एंड सोशल कमिशन फॉर एशिया एंड दी पेसिफिक के सर्वे के मुकाबिक भारत की 1.3 फीसदी आबादी ने 2015 में इसके लिए सब्सक्रिप्शन ली है.
भूटान, श्रीलंका और बांग्लादेश से नीचे है भारत
यहां ब्रॉडबैंड के हालात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि भारत फिक्स्ड ब्रॉडबैंड के मामले में भूटान, श्रीलंका और बांग्लादेश से नीचे से भी नीचे है.