
एक समय में भारत में सराहा काफी पॉपुलर हुआ. सोशल मीडिया से लेकर इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप्स पर लोगों ने इसके लिंक शेयर शुरू किए. हालांकि कुछ समय के बाद इसका क्रेज कम हो गया. हालांकि इसके बाद सराहा जैसे कई प्लेटफॉर्म आए, लेकिन हिट नहीं हो पाए. आपको बता दें कि इस प्लेटफॉर्म के जरिए लोग बिना अपनी पहचान बताए किसी को फीडबैक दे सकते हैं.
सराहा के फाउंडर्स ने अब एक नया प्रोजेक्ट Enoff लॉन्च किया है. कंपनी के फाउंडर और सीईओ जैनुल आबेदिन तौफीक ने आज तक टेक से बातचीत की है. उन्होंने बताया है कि यह प्लेटफॉर्म वर्कप्लेस पर पॉजिटिव महौल बनाने के मकसद से तैयार किया गया है. इसे सराहा के मेकर्स ने बनाया है.
Enoff ऐप को ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इसके तहत किसी कंपनी में काम करने वाले इंप्लॉइ और इंप्लॉयर एक दूसरे के साथ गुप्त रूप से कनेक्ट कर सकते हैं और बातचीत कर सकते हैं. सेफ इन्वॉयरमेंट तैयार करने के लिए ऐसा किया गया है.
भारत सहित अमेरिका जैसे देशों में वर्कप्लेस पर हैरैसमेंट होते रहें हैं और हाल ही में MeToo कैंपेन चलाया गया. इसकी वजह दुनिया भर के कई सेलिब्रिटी द्वारा किए गए सेक्सुअल हैरैसमेंट उजागर हुए हैं. सिर्फ अमेरिका में ही वर्कप्लेस पर हर साल लगभग 50 लाख लोगों ने सेक्सुअल हैरेसमेंट फेस किया है.
सराहा के फाउंडर और सीईओ जैनुल आबेदिन तौफीक ने कहा है, ‘हमेशा से हमारा मिशन लोगों के हेल्प के लिए सर्विस तैयार करना रहा है. पहला ऐप हमने ऑनेस्ट और कंस्ट्रक्टिव फीडबैक के लिए बनाया. अब Enoff ऑनलाइन और ऐप लॉन्च किया है. हम उम्मीद करते हैं कि इससे वर्क प्लेस पर किए जाने वाले हैरैसमेंट के बारे में कंपनी के एंप्लॉइ अपने एंप्लॉयर से गुप्त तरीके से बात कर सकें. इससे ग्सलोल इश्यू को टैकल करने में मदद मिलेगी.’
क्या है Enoff.org?कंपनी के मुताबिक ENOFF मूवमेंट लोगों को प्रोटेक्ट करने और ऑर्गनाइजेशन, इंस्टिट्यूशन्स और कम्यूनिटीज को हैरेसमेंट फ्री बनाने के लिए है. इसमें कोई भी ऑर्गनाइजेशन रजिस्टर कर सकता है. आप भी रजिस्टर कर सकते हैं. अगर आपके ऑर्गइनजेशन ने इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन किया है तो आप अपने एंप्लॉयर को आपके साथ हो रही समस्या के बारे में बता सकते हैं.
Enoff के जरिए एंप्लॉइ बिना अपनी पहचान बताए अपने संस्थान के इंसिडेंट्स और इश्यू को प्राइवेट में एंप्लॉयर के साथ शेयर कर सकते हैं. कंपनी का मानना है कि इससे लोगों की आवाज सुनी जाएगी और गलत बिहेवियर या हैरेसमेंट पर उनके खिलाफ कदम उठाया जा सकता है.
कंपनी के मुताबिक ऑर्गनाइजेशन और एंप्लॉइ की जानकारी सिक्योर रहेगी. इसके लिए ऑर्गनाइजेशन अपने एंप्लॉइ, क्लाइंट्स या पार्टनर के साथ कोड शेयर करेंगे जिन्हें यूज करके इस प्लेटफॉर्म से उनसे कनेक्ट किया जा सकेगा.