कोरोनावायरस की वजह से इन दिनों देश भर में कई कंपनियां अपने कर्मचारियों से वर्क फ़्रॉम होम करने को कह रही हैं. ऐसे में इंटरनेट की भी डिमांड तेज़ हुई है और वाईफ़ाई राउटर का यूज भी बढ़ गया है.
अटैकर्स वाईफ़ाई राउटर्स को निशाना बना रहे हैं और दूसरों के राउटर से फ़्री इंटरनेट भी यूज कर रहे हैं. बात इंटरनेट यूज करने तक ही नहीं, बल्कि नेटवर्क से कनेक्ट हो कर यूज़र का डेटा भी चुरा सकते हैं. इसलिए आपके लिए अपने वाईफ़ाई राउटर की सिक्योरिटी सुनिश्चित करना ज़रूरी है.
हम आपको कुछ आसान तरीक़े बताते हैं जिन्हें यूज करके आप इस तरह के ख़तरों से बच सकते हैं. मुमकिन है आपमे से कई पहले से ही इन सिक्योरिटी फ़ीचर्स को यूज भी कर रहे हैं. इनमें किसी तरह के थर्ड पार्टाी सॉफ़्टवेयर की ज़रूरत नहीं होती है.
पहली चीज ये है कि आप अपने सर्विस प्रोवाइडर से कहें कि आपको राउटर का ऐक्सेस चाहिए. अगर आपने ख़ुद से वाईफ़ाई राउटर ख़रीदा है तो ज़ाहिर है इसका ऐक्सेस आपके पास होगा. लेकिन कई बार इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स आपको राउटर का ऐक्सेस नहीं देते हैं.
राउटर ऐक्सेस के लिए राउटर के पीछे या टैग पर देखें. वहां राउटर की आईपी और यूज़रनेम पासवर्ड लिखा होता है. वेब ब्राउज़र में राउटर की आईपी लिखें और यूज़रनेम पासवर्ड एंटर करें.
आमतौर पर राउटर का यूज़रनेम Admin होता है और पासवर्ड या तो password या admin होता है. ये आपके राउटर के मेकर्स पर डिपेंड करता है. राउटर इंटरफ़ेस ओपन होते ही आपको कई तरह के सेटिंग्स दिखेंगे. नेटवर्क सेटिंग्स में जा कर आप सबसे पहले एन्क्रिप्शन चेक करें. अगर यहां पहले से ही WPA2/WPA3 है तो इसे ऐसे ही छोड़ दें. अगर यहां WEP दिख रहा है तो इसे तत्काल बदल कर WPA2 सेट करें.
नेटवर्क सेटिंग्स में ही आपको SSID बदलने का ऑप्शन मिलेगा. SSID यानी आपके राउटर का नाम जिसे वाईफ़ाई में सर्च करके आप कनेक्ट करेंगे. यहां पहले से जिस कंपनी का राउटर है उसका नाम होगा. आप यहां अपने मन से जो भी सेट करना है सेट कर सकते हैं. SSID हाइड करने का भी ऑप्शन मिलेगा. इस तरह किसी भी डिवाइस के सर्च में आपका राउटर नहीं दिखेगा. अगर आपको कनेक्ट करना है मैनुअली अपने राउटर का नाम लिख कर कनेक्ट करना होगा.
अगर आपके राउटर में गेस्ट नेटवर्क का ऑप्शन है तो इसे एनेबल कर लें. इसे एनेबल करके अपने घर आने वाले किसी भी शख़्स को राउटर का ऐक्सेस दे सकते हैं. ऐसा करके आप अपने लोकल नेटवर्क में किसी को भी एंटर करने से बच सकते हैं.
राउटर की सेटिंग्स में आपको अपडेट का ऑप्शन मिलेगा. राउटर का फ़र्मवेयर अपडेट करना ज़रूरी है. कंपनियां अपडेट के ज़रिए सिक्योरिटी पैर देती हैं जो आपके राउटर है अटैक से सुरक्षित करता है. इन सब के अलावा अपने राउटर लॉगइन और वाईफ़ाई का अलग अलग और मजबूत पासवर्ड रखना बेहद ज़रूरी है.