इसी वजह से जब डेटा की कीमतें बढ़ाईं गईं, तब फ्री ऑफ नेट कॉलिंग को भी लिमिट कर दिया गया था. यानी ग्राहकों के लिए इन प्लान्स में फ्री कॉलिंग की जगह दूसरे नेटवर्क में कॉलिंग के लिए कुछ मिनट तय कर दिया गया था. उदाहरण के तौर पर समझें तो किसी 28 दिनों वाले प्लान में अगर ग्राहकों को 1000 मिनट ऑफ नेट कॉलिंग के लिए अगर दिया जा रहा है तो ये मिनट वैलिडिटी के दौरान खत्म हो जाने के बाद उन्हें मजबूरन टॉक-टाइम रिचार्ज कराना होगा. लेकिन हालिया घोषणा के बाद ग्राहक अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग का लाभ ले सकते हैं.
आपको बता दें इससे पहले भारती एयरटेल ने भी ट्वीट कर ये जानकारी दे दी थी कि अब ग्राहक दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग जारी रख सकेंगे. एयरटेल ने भी प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए सीमा तय कर दी थी.
उदाहरण के तौर पर बात करें तो 149 रुपये वाले प्लान में ग्राहकों को 28 दिनों की वैलिडिटी के दौरान ऑफ-नेट कॉलिंग के लिए 1,000 मिनट दिया जा रहा था.
याद के तौर पर बता दें कि अक्टूबर से रिलायंस जियो ने ऑफ नेट कॉलिंग के लिए 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज करना शुरू कर दिया है. यानी अब ग्राहकों को फ्री ऑफ नेट कॉलिंग मिनट्स खत्म हो जाने के बाद IUC टॉप-अप कराना होता है.