
एक ऐसी टेक्नॉलोजी दिग्गज जिसने नब्बे के दशक में AOL जैसी कंपनियों से मुकाबला किया और आगे निकली, अब उसका हिस्सा बनने जा रही है. अमेरिकी टेलीकॉम कंपनी वेराइजन ने याहू के मुख्य बिजनेस को 4.83 बिलियन डॉलर में खरीदने का ऐलान किया है. यह डील कैश होगी.
AOL और Yahoo साथ साथ
वेराइजन के एक प्रवक्ता ने सुबह से आ रही इस रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए कहा है , ' वेराइजन कम्यूनिकेसन याहू का अधिग्रहण लगभग 4.8 बिलियन डॉलर कैश में कर रही है. याहू और AOL के साथ अब वेराइजन के प्रोडक्ट इनोवेशन प्रेसिडेंट मैर्नी वॉल्डन के देख रेख में चलेंगे'
साल 2000 से शुरू हुए बूरे दिन
एक वक्त में इंटरनेट का पर्याय रही Yahoo कंपनी 2000 में गूगल और फेसबुक जैसी टेक कंपनियों से पिछड़ती नजर आई. इसके सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म की हालत पहले से खराब हो गई और सर्च इंजन और ईमेल सर्विस में इसे गूगल ने मात दे दी. इसके बात इस कंपनी का पिछड़ने का दौर लगातार चलता रहा.
नई जान फूंकने के लिए 2012 में मरीसा मेयर को बनया गया सीईओ
कंपनी में एक बार फिर से नई जान फूंकने के लिए 2012 में गूगल की एग्जक्यूटिव रहीं मरीसा मेयर को इसका सीईओ बनाया गय. लेकिन फेसबुक और गूगल के पॉपुलैरिटी के आगे वो इस कंपनी को दुबारा से पटरी पर लाने में नाकामयाब ही रहीं. फिलहाल इंटरनेट और ऑनलाइन एडवर्टाइजिंग के मामले में गूगल और फेसबुक के मुकाबले याहू दूर दूर तक नहीं है. याहू का न्यूज कटेंट भी गूगल न्यूज के सामने फेल ही दिखा.
वेराइजन को होगा ये फायदा
माना जा रहा है कि वेराइजन ने याहू को इसके कंटेंट की वजह से खरीदा है. वेराइजन के सीईओ लोवेल मैकऐडम ने इस डील के बारे में कहा है कि इस अधिग्रहण के बाद याहू वेराइजन को ग्लोबल मोबाइल मीडिया कंपनी में पहले नंबर पर ले जा सकती है. इसके अलावा इससे डिजिटल एडवर्टाइजिग के जरिए हमें मुनाफा भी होगा.
मरीसा मेयर के वेराइजन ज्वाइन करने पर संशय
कंपनी के बयान से अभी यह साफ नहीं है कि याहू को पूरी तरह से AOL में मिला दिया जाएगा या नहीं. साथ ही इस रिपोर्ट की भी पुष्टि नहीं हुई है कि याहू की सीईओ मरीसा मेयर वेराइजन ज्वाइन करेंगी या नहीं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मरीसा मेयर वेराइजन नहीं ज्वाइन करेंगी.