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डेटिंग साइट पर महिला से दोस्ती, व्यापारी को लगा 60 लाख का चूना

बंगलुरू से ऑनलाइन ठगी की एक ताजी घटना सामने आई है, जहां 34 वर्षीय व्यापारी ने अपने 60 लाख रुपये एक महिला पर लूटा दिए. ठगी की शुरुआत एक डेटिंग वेबसाइट से हुई थी. फिलहाल साइबरक्राइम पुलिस ने शिकयत दर्ज कर ली है और आगे के मामले की जांच करेगी. दर्ज शिकायत में व्यापारी का नाम सतीश (परिवर्तित नाम) बताया गया है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
साकेत सिंह बघेल
  • नई दिल्ली,
  • 16 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST

बंगलुरू से ऑनलाइन ठगी की एक ताजी घटना सामने आई है, जहां 34 वर्षीय व्यापारी ने अपने 60 लाख रुपये एक महिला पर लुटा दिए. ठगी की शुरुआत एक डेटिंग वेबसाइट से हुई थी. फिलहाल साइबरक्राइम पुलिस ने शिकयत दर्ज कर ली है और आगे के मामले की जांच करेगी. दर्ज शिकायत में व्यापारी का नाम सतीश (परिवर्तित नाम) बताया गया है.

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TOI की खबर के मुताबिक, सतीश ने पिछले साल एक डेटिंग वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई. इस बीच 18 जुलाई 2017 में सतीश की दोस्ती ‘shompa76’ यूजर आईडी वाली महिला से हुई. महिला ने अपना परिचय अर्पिता नाम से दिया और पता कोलकाता का बताया.

अर्पिता और सतीश ने शुरुआती बातचीत के बाद एक दूसरे को कॉन्टैक्ट नंबर दे दिया और व्हाट्सऐप पर बातें शुरू हो गईं. इस दौरान फोटोज की भी अदला-बदली हुई. कुछ दिन बाद अर्पिता ने सतीश से मदद मांगी. बताया कि उसके पापा अस्पताल में भर्ती हैं और उसे 30,000 हजार रुपये की जरूरत है. सतीश ने पैसे उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.

बात यहीं पर खत्म नहीं हुई कुछ दिन बाद अर्पिता ने कुछ और पैसे की मदद मांगी और बताया कि उसके पापा बीएम बिरला हार्ट रिसर्च सेंटर, कोलकाता में भर्ती हैं. इसके बाद 15 दिसंबर 2017 से 23 जनवरी 2018 के बीच सतीश ने कई अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर किए. सतीश ने 19 लाख रुपये रूपाली मजूमदार के अकाउंट में और 40.7 लाख रुपये कुशन मजूमदार के अकाउंट में ट्रांसफर किए. कुछ दिन बाद जब अर्पिता ने सतीश के कॉल और मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया तब उसे महसूस हुआ वो ठगी का शिकार हो चुका है.     

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साइबरक्राइम पुलिस ने कहा कि ऐसी घटनाएं लंबे समय से घट रही हैं. मैट्रिमोनियल और डेटिंग साइट्स पर साइबर अपराधी अधिक आयु वाले और तलाकशुदा महिला/पुरुष को खोजते हैं, जो नए रिश्ते की तलाश में होते हैं. ये लोग अपने को धनी आंत्रप्रेन्योर बताते हैं और पीड़तों से हेराफेरी कर उनसे पैसे ऐंठ लेते हैं.

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