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फेसबुक ने किए ये 6 बड़े ऐलान, लेकिन क्या इससे थमेगा डेटा लीक का सिलसिला?

फेसबुक डेटा लीक का मामल फिलहाल सुर्खियों में है. पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैम्ब्रिज ऐनालिटिका पर  करोड़ों फेसबुक यूजर्स के डेटा को गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप है जिसका जांच चल रही है. इसी बीच कंपनी के सीईओ ने माफी मांगी है और कहा कि गलती हुई है जिसे पहले ही ठीक करना चाहिए था. अब फेसबुक ने बताया है कि भविष्य में इस तरह का स्कैंडल ना हो इसके लिए कंपनी ने यह कदम उठाए हैं. 

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Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST

लगातार कई दिनों से फेसबुक डेटा लीक बहस के बाद अब ये तो साफ हो गया कि फेसबुक के करोड़ो यूजर्स का डेटा गलत तरीके से यूज किया गया है. अब इसके लिए भले ही फेसबुक कैम्ब्रिज ऐनालिटिका को भरोसा तोड़ने के लिए जिम्मेदार ठहराए, लेकिन सच तो यही है कि यह फेसबुक की ही गलती की वजह से हुआ है. हालांकि इस बात को कहीं न कहीं फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग खुद भी मानते हैं.  

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भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कुछ महत्वपूर्ण कदमों के बारे में बताया है. सबसे पहले फेसबुक एक ऐसा टूल लाएगा जिससे यूजर यह जान पाएंगे की उनके डेटा का गलत इस्तेमाल हुआ है या नहीं.  

-    प्लेटफॉर्म रिव्यू – फेसबुक उन सभी ऐप्स की जांच करेगा जो 2014 से पहले लोगों से ज्यादा डेटा इकठ्ठे करते थे. क्योंकि 2014 में कंपनी ने ऐप द्वारा किए जाने वाले डेटा ऐक्सेस को कम किया था. इसके लिए फेसबुक ने कहा ह कि किसी भी ऐप जिस पर शक होगा उसका फुल ऑडिट किया जाएगा और उन्हें बैन भी किया जाएगा.

-    डेटा के गलत इस्तेमाल के बारे में लोगों को बताना – फेसबुक ने कहा है कि कंपनी अब उन लोगों को उन ऐप्स के बारे में बताएगी जिन्होंने उनके डेटा का गलत इस्तेमाल किया है. अग फेसबुक वैसे ऐप्स को हटाता है जो यूजर डेटा का गलत इस्तेमाल करते हैं तो ऐसी हालत में वो सभी यूजर्स को इसकी जानकारी देगा.

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-    जिन ऐप्स को आप यूज नहीं करते उनका ऐक्सेस खत्म किया जाएगा – अगर किसी ने पिछले तीन महीने से फेसबुक पर किसी ऐप का इस्तेमाल नहीं किया है उसका ऐक्सेस खत्म किया जाएगा ताकि जानकारी उसके साथ शेयर न हो सके.

-    फेसबुक लॉगइन डेटा को रेस्ट्रिक्ट किया जाएगा – फेसबुक लॉग इन में बदलाव हो रहा है, ताकि अगले वर्जन में ऐप्स बिना रिव्यू के यूजर्स से ज्यादा डेटा की मांग ही न कर सकें. इसमें यूजर नेम, प्रोफाइल फोटो और ईमेल ऐड्रेस शामिल है. इसके अलावा दूसरे डेटा के लिए उन ऐप्स को फेसबुक के अप्रूवल की जरूरत होगी.

-    लोगों को ऐप्स को मैनेज करने के लिए बताना – हम अभी भी लोगों को यह दिखाते हैं कि उनके अकाउंट से कितने ऐप्स कनेक्टेड है और यूजर्स ने जिन जानकारियों को उन ऐप्स के साथ शेयर किया है उसे कंट्रोल कर सकते हैं. अब इसे हम पहले से आसान और बेहतर बनाएंगे.

-    फेसबुक में खामी ढूंढने वालों को इनाम – फेसबुक बग बाउंटी प्रोग्राम का दायरा बढ़ाया जाएगा. ऐप डेवेलपर्स द्वारा ऐप के जरिए डेटा के गलत इस्तेमाल के बारे में हमें कोई भी रिपोर्ट कर सकता है.

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