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डिजाइन करें पब्लिक Wi-Fi का लोगो, सुझाएं नाम और घर ले जाएं 50 हजार

दूरसंचार नियामक ट्राई ने सरकार की सार्वजनिक वाई-फाई सेवा का वैकल्पिक नाम सुझाने और लोगो तैयार करने की प्रतियोगिता रखी है. प्रतियोगिता जीतने वाले विजेता को धनराशि इनाम के रूप में दिया जाएगा.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
साकेत सिंह बघेल
  • नई दिल्ली,
  • 22 जून 2018,
  • अपडेटेड 3:41 PM IST

दूरसंचार नियामक ट्राई ने सरकार की सार्वजनिक वाई-फाई सेवा का वैकल्पिक नाम सुझाने और लोगो तैयार करने की प्रतियोगिता रखी है. प्रतियोगिता जीतने वाले विजेता को धनराशि इनाम के रूप में दी जाएगी.  

ट्राई के बयान में कहा गया है कि इसमें नाम और लोगो श्रेणी में विजेता को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. देश में विशेषकर ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड की पहुंच बढ़ाने और इंटरनेट पहुंच लागत में 90 फीसदी तक कमी लाने के लिए यह महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है. इसके तहत पीसीओ की तर्ज पर पब्लिक डेटा आफिस (पीडीओ) स्थापित किए जाने हैं.

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इसके अलावा भारतीय दूर संचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने पिछले महीने कुछ आंकड़े जारी किए गए थे. इसके मुताबिक इस साल मार्च के अंत में देश में टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या 120.6 करोड़ से ज्यादा हो चुकी थी.

ट्राई के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में भारत में 117.98 करोड़ टेलीफोन उपभोक्ता थे. इस तरह मार्च में टेलीफोन उपभोक्ताओं की आबादी में मासिक 2.24 फीसदी वृद्धि हुई. शहरी क्षेत्र में फरवरी में 66.96 करोड़ टेलीफोन उपभोक्ता थे जो बढ़कर मार्च में 68.16 करोड़ हो गए.

वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में फरवरी में टेलीफोन उपभोक्ताओं की आबादी 51.02 करोड़ थी जो मार्च में बढ़कर 52.46 करोड़ हो गई. भारत में दूरभाष घनत्व फरवरी में 90.89 था जो मार्च में बढ़कर 92.84 हो गया.

वायरलेस (जीएसएम, सीडीएमए और एलटीई) उपभोक्ताओं की कुल संख्या फरवरी में 115.68 करोड़ थी जो मार्च में बढ़कर 118.34 करोड़ हो गई. इसमें मासिक 2.29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.

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वायरलेस टेली डेंसिटी 89.12 से बढ़कर 91.09 हो गया. मगर लैंडलाइन फोन उपभोक्तओं की आबादी फरवरी के 229.7 लाख से घटकर मार्च में 228.1 लाख रह गया.

(इनपुट-एजेंसियां)

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