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FB हैकिंग मामला: कंपनी पर लग सकता है 12 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना!

फेसबुक ने कहा है कि कंपनी 50 मिलियन टोकेन्स को रिसेट किया है और दूसरे 40 मिलियन यूजर्स के टोकेन भी जांच किए गए हैं. फेसबुक की जांच चल रही है और अभी और भी टर्निंग प्वॉइंट्स आ सकते हैं.

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Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 01 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 1:33 PM IST

5 कोरड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स का डेटा चोरी हुआ है. ये फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा ब्रीच कहा जा सकता है. यूजर को हुए इस नुकसान के लिए यूरोपियन यूनियन की तरफ से सोशल मीडिया दिग्गज पर 1.63 बिलियन डॉलर ( लगभग 11,900 करोड़ रुपये) की पेनाल्टी लगाई जा सकती है. 

वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में फेसबुक प्राइवेसी रेग्यूलेटर को देखने वाली आयरलैंड डेटा प्रोटेक्शन ने ऐक्सेस टोकेन्स और डिजिटल कीज के जरिए 5 करोड़ फेसबुक यूजर के हैक होने पर विस्तार से जानकारी मांगी है. रिपोर्ट में कहा गया है,  ‘प्राइवेस वॉचडॉग फेसबुर पर इस डेटा ब्रीच के लिए 1.63 बिलियन डॉलर का फाइन लगा सकती है’

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प्राइवेसी की देखरेख करने वाली यूरोपियन यूनियन की एजेंसी ने कहा है, ‘हमें इस बात की चिंता है कि पिछले हफ्ते मंगलवार को फेसबुक को इस डेटा ब्रीच की खबर मिली और इससे करोड़ों यूजर अकाउंट प्रभावित हुए हैं, लेकिन फेसबुक अभी भी इस डेटा ब्रीच की वजह है बताने में नाकाम है और न ही यूजर्स को खतरे के बारे में बताया गया है’

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा है कि फेसबुक यूरोपियन यूनियन की एजेंसी को जवाब देगा.

गौरतलब है कि कैंब्रिज अनालिटिका के बाद हुए सबसे बड़े फेसबुक हैकिंग में लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स अकाउंट प्रभावित किए गए हैं. फेसबुक ने इसकी वजह ऐक्सेस टोकेन या डिजिटल कीज बताई है जिसका फायदा उठा कर हैकर्स ने ऐसा किया है. हैकर्स ने फेसबुक ऐक्सेस टोकेन में सेंध लगाई जिससे वो सीधे यूजर अकाउंट्स यूज कर सकते हैं.

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ऐक्सेस टोकेन डिजिटल कीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि इसका यूज करके यूजर्स फेसबुक पर बिना पासवर्ड री एंटर किए हुए लंबे समय तक लॉग्ड इन रह सकते हैं.

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग का बयान

मार्क ने कहा है, ‘मुझे खुशी है कि हमने इसे पकड़ा, खामी को ठीक किया और जो अकाउंट्स खतरे में हो सकते थे उन्हें ठीक किया. सच्चाई ये है कि हमें लगातार नए टूल डेवेलप करते रहना है जो इसे शुरुआत में रोक सके’

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