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हर चीज की एक कीमत होती है चाहे वो शोहरत ही क्यों ना हो? WhatsApp भारत में सबसे ज्यादा उपयोग में लाए जाने वाला चैट ऐप है लेकिन ऐप को हर रोज फेक न्यूज और भद्दे मैसेजेस से लड़ाई लड़नी पड़ती है. ऐप के सिंपल डिजाइन और आसानी से मैसेज भेजने की सुविधा ने लोगों के लिए इस प्लेटफॉर्म के जरिए फेक न्यूज फैलाना आसान कर दिया है. हालांकि अब ये बंद हो सकता है क्योंकि चैट कंपनी ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) से हाथ मिलाया है. इसके बाद से लोग फेक न्यूज या भद्दे मैसेज भेजने वाले के खिलाफ रिपोर्ट कर सकते हैं.
WhatsApp को बीते साल प्लेटफॉर्म के जरिए फेक न्यूज फैलने की वजह से काफी आलोचनाओं का समना करना पड़ा था. क्योंकि अफवाहों की वजह से देशभर के कई हिस्सों में मॉब लिचिंग की घटनाएं हुईं थीं. तब से लेकर अब तक कंपनी ने फेक न्यूज रोकने के लिए कई कदम उठाएं हैं. साथ ही वॉट्सऐप में एक समस्या ये भी है कि कई लोग भद्दे और अश्लील मैसेज भी भेजते हैं. अब कंपनी ने इसके लिए भी कदम उठाया है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अब यूजर्स वॉट्सऐप में प्राप्त हुए भद्दे मैसेज के खिलाफ DoT में शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायत दर्ज करने के लिए यूजर्स को प्राप्त हुए भद्दे/अश्लील मैसेज का स्क्रीनशॉट मोबाइल नंबर के साथ लेना होगा और इसे ccaddn-dot@nic.in में मेल करना होगा. ये कदम पब्लिक फिगर्स को भद्दे और धमकी भरे मैसेजेस मिलने के बाद उठाया गया है, इसमें पत्रकार भी शामिल हैं.
दूरसंचार नियंत्रक संचार आशीष जोशी ने एक ट्वीट में कहा, 'हम इसे टेलीकॉम ऑपरेटर्स और आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर करेंगे.' साथ ही जोशी ने ट्वीट में लाइसेंस्ड सर्विस एरिया (LSA) की पूरी लिस्ट को भी ट्वीट किया है. और कहा है कि लोगों में LSA यूनिट्स को लेकर जागरूकता की कमी है. इस लिस्ट में LSA के नाम, संबंधित हेडक्वार्टर, ऑफिसर का नाम, ऑफिस एड्रेस, उनका फैक्स, लैंडलाइन और ई-मेल एड्रेस शामिल है.
अपमानजनक / आपत्तिजनक वॉट्सऐप मैसेज प्राप्त करने वाले दूरसंचार ग्राहक अपने राज्यों की LSA यूनिट्स को सीधे ईमेल कर सकते हैं. 'ये LSA यूनिट्स पूरे भारत में फैली हुई हैं. LSA यूनिट्स पूरे भारत में फैली हुई हैं जो टेक्निकल इनपुट उपलब्ध करती हैं. ये यूनिट्स टेलीकॉम ऑपरेटरों की कमी और सोशल मीडिया पर बातचीत पर जांच के लिए जिम्मेदार हैं.