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WhatsApp Vs Google Allo: जानिए ऐसे Allo करेगा मुकाबला

WhatsApp Vs Google Allo: पिछले कुछ सालों से ऐस कोई इंसटैंट मैसेजिंग ऐप नहीं आया जो व्हाट्सऐप से टक्कर ले सके. लेकिन गूगल ने Allo लॉन्च किया है और हम आपको बताते हैं कि इन कैसे Google Allo व्हाटसऐप के यूजरबेस में सेंध लगा सकता है.

Google Allo Google Allo
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

गूगल का नया स्मार्ट इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप डाउनलोड के लिए उपलब्ध है. हमने इसे यूज किया है और हम आपको बताते हैं कि ये व्हाट्सएप से अलग कैसे है. इसके अलावा हम यह भी बताएंगे कि यह दुनिया के सबसे पॉपुलर इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप का बाजार कैसे खराब कर सकता है.

गूगल ने अपने सर्च इंजन का उठाया है फायदा

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Allo में है गूगल ऐसिस्टेंट व्हाट्सऐप में नहीं
गूगल का वर्चुअल ऐसिस्टेंट इंटरनेट से जानकारियां लाकर आपको चैट के जरिए देगा. यहां चैट में ही आप गूगल से पूछ सकते हैं कि अभी की सबसे बड़ी न्यूज क्या है. या फिर सबसे अच्छा खाना कहां मिलता है.

चूंकि गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है और कंपनी ने इसे बखूबी भुनाया है . इस ऐप में गूगल ऐसिस्टेंट फीचर है जिसे आप रोबोटिक और स्मार्ट सर्च इंजन की तरह समझ सकते हैं. यानी आप सर्च इंजन के बॉट से बात कर रहे होंगे और यह आपको सबकुछ बताएगा.

डबल टिक फॉर्मूला
इस ऐलो ऐप में भी व्हाट्सएप जैसा डबल टिक वाला फॉर्मूला है. यानी जिसे मैसेज भेजा उसे मिल गया तो यहां डबल टिक दिखेगा.

इमेज रिकॉग्निशन
Allo - कंपनी ने इसमें गूगल इमेज रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर दिया है. जिससे यह इंसान और पालतू जानवर में फर्क कर सकेगा और इसके लिए रिप्लाई भी सजेस्ट करेगा.

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WhatsApp - यहां ऐसा कुछ भी नहीं है.

ऑटोमैटिक रिसपॉन्स
Allo - गूगल ने इसमें ऑटोमैटिक रिस्पॉन्स का फीचर दिया है. यानी किसी मैसेज का रिप्लाई करने के लिए आपको हमेशा टाइप नहीं करना होगा. खास बात यह है कि अगर किसी हिंदी में आपसे पूछा कि, क्या आपने खाना खाया ? तो हां या ना का ऑप्शन दिखेगा. इस तरह के कई पहले से बने हुए रिप्लाई हैं जो आपके यूज करने के पैटर्न के जरिए और सटीक होंगे.

WhatsApp - इसमें ऐसा कोई भी फीचर नहीं है.

ग्रुप मैसेजिंग
Allo - इसमें ग्रुप की जानकारी व्हाट्सऐप की तरह ही है. इसमें बड़ा ग्रुप फोटो, फोन नंबर, म्यूट और नोटिफिकेशन कंट्रोल, ब्लॉक ऑप्शन और अटैच्ड मीडिया ऑप्शन्स मिलेंगे.

WhatsApp - इस मामले में यहां भी आपको शेयर्ड मीडिया, म्यूट और नोटिफिकेशन औ पार्टिसिपेंट्स दिखेंगे.

मैसेज क्लिक करने पर ऑप्शन
Allo - यहां आप किसी मैसेज को क्लिक करते हैं तो आपको ऊपर के टैब में चार ऑप्शन दिखेंगे. इनमें कॉपी, डीलिट, फॉर्वर्ड और शेयर के ऑप्शन हैं.

WhatsApp - इसमें आप किसी मैसेज को क्लिक करेंगे तो यहां आपको पांच ऑप्शन दिखेंगे. इसमें कोट मैसेज, स्टार मैसेज, डीलिट, फॉर्वर्ड और कॉपी जैसे ऑप्शन हैं. इसमों व्हाट्सएप बाजी मारता है.

वॉयस मैसेज इंटरफेस
Allo - इसका इंटरफेस कमोबेश व्हाट्सऐप जैसा ही है. ऑडियो आइकन क्लिक करके वॉयस मैसेज रिकॉर्ड करके सेंड कर सकते हैं.

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WhatsApp - इस मामले में दोनों एक जैसे ही हैं.

सर्च ऑप्शन
Allo - ऊपर दायीं तरफ सर्च बार दिखेगा जहां क्लिक करने पर इसके सभी कॉन्टैक्ट दिखेंगे.

WhatsApp - यहां भी दायीं तरफ सर्च बार है जिसके जरिए व्हाट्सऐप के कॉन्टैक्ट्स सर्च कर सकते हैं.

चैट होम पेज
Allo - यहां चैट होम पेज का डिफॉल्ट बैकग्राउंड मैट फिनिश वाला यानी सपाट है. नीचे मैसेज लिखने का ऑप्शन है इसके बाद इमोजी और ऑडियो ऑप्शन हैं. इन्हें क्लिक करके आप फोचो, वीडियो, स्टीकर्स और इमोजी भेज सकते हैं.

WhatsApp - यहां होम पेज पर व्हाट्सऐप का सिग्नेचर बैकग्राउंड हैं जिसे देखकर आपको अंदाजा होता है कि यह चैटिंग स्पेस है. नीचे मैसेज लिखने का ऑप्शन है और Allo की तरह ही फोटो, इमोजी और ऑडियो आइकन दिया गया है.

सिक्योरिटी
Allo - यहां सिक्योरिटी के लिए एक अलग इनकॉग्निटो मोड दिया गया है. इसमें टीएलएस और एंड टु एंड एन्क्रिप्शन दिया गया है. खास बात यह है कि आप अपने हिसाब से टाइमर सेट कर सकते हैं . यानी 5 मिनट का टाइमर लगाया तो दोनों तरफ के मैसेज खुद से डीलिट हो जाएंगे. ऐसा फीचर टेलीग्राम और स्नैपचैट में दिए गए हैं.

WhatsApp - इसके सारे चैट्स एंड टु एंड एन्क्रिप्शन से एन्क्रिप्टेड होते हैं. लेकिन इसमें कोई इनकॉग्निटो मोड नहीं है और ना ही इसके मैसेज टाइमर के जरिए डीलिट किए जा सकते हैं.

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क्या यह व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर जैसे मशहूर ऐप से टक्कर ले पाएगा ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित यह मैसेजिंग ऐप गूगल हैंगआउट से तो बेहतर है. इसके अलावा इसके खास फीचर्स इसे कई मायनों में व्हाट्सऐप से बेहतर बनाते हैं. लेकिन ध्यान दें कि इसमें वॉयस कॉलिंग नहीं जो इसके लिए रूकावट बन सकता है.

कई यूजर्स को इसका गूगल ऐसिस्टेंट पसंद नहीं आएगा क्योंकि वो चैट के दौरान इस तरह की जानकारी नहीं चाहते. इमेज रिकॉग्निशन से भी कई लोगों को परेशानी हो सकती है. लेकिन इसमें दिया गया इन्कॉग्निटो मोड ज्यादातर लोगों को पसंद आएगा. इन दोनों मैसेजिंग ऐप में फिलहाल कोई क्लियर विनर नहीं दिख रहा है. लेकिन इतना तय है कि इससे व्हाट्सऐप का खेल खराब हो सकता है.

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