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डेटा लीक: सवालों के घेरे में फेसबुक, लेकिन कब आएगी WhatsApp की सफाई

बीती रात फेसबुक के मुखिया मार्क जकरबर्ग अमेरिकी सेनेटर्स के सामने मौजूद थे और वहां उन्होंने काफी तीखे सवालों के जवाब दिए. इस दौरान जकरबर्ग ने फेसबुक के बिजनेस मॉडल के बारे में बताया जोकि विज्ञापन आधारित है. सधे शब्दों में कहें तो फेसबुक यूजर्स की जानकारियां इकट्ठा करता है और उन जानकारियों की मदद से विज्ञापनदाता यूजर्स को विज्ञापन देते हैं. ऐसे में जब यूजर्स की जानकारियों के संदर्भ में सारी दुनिया की निगाहें फेसबुक पर है तब वॉट्ससऐप को भुला दिया गया है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
साकेत सिंह बघेल
  • नई दिल्ली,
  • 11 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

बीती रात फेसबुक के मुखिया मार्क जकरबर्ग अमेरिकी सेनेटर्स के सामने मौजूद थे और वहां उन्होंने काफी तीखे सवालों के जवाब दिए. इस दौरान जकरबर्ग ने फेसबुक के बिजनेस मॉडल के बारे में बताया जोकि विज्ञापन आधारित है. सधे शब्दों में कहें तो फेसबुक यूजर्स की जानकारियां इकट्ठा करता है और उन जानकारियों की मदद से विज्ञापनदाता यूजर्स को विज्ञापन देते हैं. ऐसे में जब यूजर्स की जानकारियों के संदर्भ में सारी दुनिया की निगाहें फेसबुक पर है तब वॉट्ससऐप को भुला दिया गया है.

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दरअसल, फेसबुक यूजर्स का डेटा इकट्ठा करता है और विज्ञापन दिखाता है लेकिन वॉट्सऐप का बिजनेस मॉडल इस तरह काम नहीं करता. वॉट्सऐप में अभी तक किसी प्रकार के विज्ञापन नहीं दिखाए जाते हैं. ना ही किसी प्रकार का कोई भुगतान यूजरों द्वारा किया जाता है. ऐसे में वॉट्सऐप की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल भी खड़े हो सकते हैं. क्योंकि वॉट्सऐप की पैरेंट कंपनी खुद फेसबुक है.

कुछ दिन पहले ही वॉट्सएप के सुरक्षा फीचरों को लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. उनका मानना है कि ये उतने पुख्ता नहीं हैं जितना कि इनके बारे में दावा किया जाता है. विशेषज्ञों ने इसके यूजर्स समझौते के कुछ प्रावधानों पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए हैं, जहां उसके अधिकतर गलत काम पकड़ में नहीं आते या कोई उन्हें चुनौती नहीं देता है.

इस पर वॉट्सऐप की ओर से बयान जारी किया गया था और बताया गया था कि वो केवल थोड़ी जानकारी इकट्ठा करता है और हर मैसेज एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड होते हैं. लेकिन ठीक इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में वॉट्सऐप की पेमेंट पॉलिसी के संदर्भ में जानकारी सामने आई कि कंपनी पेमेंट्स प्राइवेसी पॉलिसी के तहत इकट्ठा की जानेवाली जानकारियां थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर्स से शेयर करती है, जिसमें फेसबुक भी शामिल है. कंपनी का कहना है कि वो जानकारियां इसलिए साझा करती है ताकि वो पेमेंट ऑपरेशन्स को बेहतर कर सके.

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प्राइवेसी पॉलिसी में ये भी बताया गया है कि जो जानकारियां थर्ड पार्टी सर्विसेज के साथ शेयर की जाती हैं उसमें आपका मोबाइल फोन नंबर, रजिस्ट्रेशन इंफॉर्मेशन, डिवाइस आइडेंटीफायर, VPAs (वर्चुअल पेमेंट एड्रेस) और सेंडर का UPI पिन और पेमेंट अमाउंट शामिल है. हालांकि वॉट्सऐप ने जानकारी दी थी कि कंपनी ऐसा भुगतान प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए करती है.

लेकिन कुल मिलाकर पेमेंट संबंधित डेटा फेसबुक तक पहुंचाया जा रहा है, ऐसे में फेसबुक इस डेटा का क्या उपयोग करता है इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता. साथ ही यहां पर ये जान लेना भी जरूरी है कि वॉट्सऐप ने कुछ समय पहले कारोबारियों के लिए अलग ऐप लॉन्च किया था, यानी वॉट्सऐप भी कहीं ना कहीं यूजरों का डेटा इस्तेमाल निकट भविष्य में इस्तेमाल कर सकता है. फिलहाल कंपनी के सारे अधिकार फेसबुक के पास हैं और इसके बिजनेस मॉडल के लिए कोई जानकारी साफ नहीं है.

सवाल ये है कि अगर वॉट्सऐप फ्री है और फेसबुक की तरह विज्ञापन के लिए ग्राहकों के डेटा का उपयोग नहीं करता, तो आखिर इसका बिजनेस मॉडल क्या है. और अगर वॉट्सऐप भी फेसबुक के साथ डेटा सप्लाई करता है तो इसकी सफाई कब सामने आएगी. इस पर लोगों की निगाह कब पड़ेगी. क्या मार्क जकरबर्ग वॉट्सऐप के संदर्भ में भी कोई जवाब देंगे?

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